नई दिल्ली: पाकिस्कतान में स्थित सिखों के धार्मिक स्थल गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में हुई, बेअदबी के मामले में भारतीय सिख समुदाय कड़ी करवाई की मांग कर रहा है. सबसे पहले ये मामला बीजेपी के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की तरफ से उठाया गया था, जिसमें उन्होंने एक पार्टी का वीडियो जारी किया था, जिसका आयोजन गुरुद्वारे के मुख्य गेट पर किया गया था. पाकिस्तान प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट (PMU) के सीईओ सैयद अबू बकर कुरेशी ने 18 नवंबर को गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब परिसर में कथित तौर पर पार्टी आयोजित की थी.
पार्टी में नारोवाल के जिला पुलिस अधिकारी मोहम्मद शारुख समेत 80 लोग शामिल हुए थे. इस पार्टी में डांस के कार्यक्रम का आयोजन तो किया ही गया, साथ ही मांस और शराब भी परोसे गए. मनजिंदर सिंह सिरसा ने अपने पोस्ट में लिखा है कि 'पाकिस्तान सरकार के फिर एक बार सिख विरोधी फैसले को देखकर स्तब्ध हूं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाक सरकार ने एक गैर-सिख मोहम्मद लतीफ को पीएमयू करतारपुर कॉरिडोर का सीईओ नियुक्त किया.'
उन्होंने आगे लिखा कि 'सिख मर्यादा के बारे में कोई जानकारी नहीं रखने वाले गैर-सिख को यह बड़ी जिम्मेदारी देने से सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है.' वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि करतारपुर में जो हुआ, वह निंदनीय तो है ही, साथ ही भारतीय सिख समुदाय इसका कड़ा विरोध भी करता है. उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब में जिस तरह पाकिस्तान अथॉरिटी ने डांस पार्टी का आयोजन किया और उसमें नाच-गाने के साथ उसमें डांस पार्टी की, उसकी वो कड़ी भर्त्सना करते हैं.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार से वो मांग करते हैं कि बेअदबी करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. साथ ही भारतीय विदेश मंत्रालय से भी पाकिस्तान सरकार पर बेअदबी करने वालों पर कर्रवाई करने के दबाव बनाए जाने की मांग की है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि वो विदेश मंत्रालय को भी इस बारे चिट्ठी लिख रहें हैं कि जो घटना हुई है उस पर पाकिस्तान सरकार से सख्त से सख्त कार्रवाई करने की बात उठाएं.