रायपुर: दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले के बाद भाजपा ने छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार पर निशाना साधा है. भाजपा ने डीआरजी जवानों की शहादत को लेकर भी सरकार को घेरा है. पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा है कि लोकल जवान और सीआरपीएफ के कोआर्डिनेशन में कमी नजर आती है. नक्सलियों के खिलाफ ठोस नीति बनाकर सरकार को अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए. भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट मत है कि बस्तर नक्सल मुक्त होना चाहिए.
"सीआरपीएफ करे सर्चिंग ऑपरेशन": मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह भी कहा है कि सीआरपीएफ को सर्चिंग ऑपरेशन करना चाहिए. सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स और स्टेट के बीच कोआर्डिनेशन और मजबूत किए जाने की जरूरत पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा "जब ऑपरेशन में निकलते हैं तो उसमें बहुत सारी नीति में बदलाव करना पड़ता है."
"हम नक्सलियों की मांद में घुस चुके हैं": सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले इलाके में अब सड़कें बन गई हैं. आम नागरिकों की सुविधा के लिए आंगनबाड़ी केंद्र, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानें, पुल भी बन गए हैं. दंतेवाड़ा से 65 किलोमीटर दूर जाकर जवानों ने ऑपरेशन किया है. नक्सलियों की मांद में अब हम लोग घुस चुके हैं. ये एरिया नक्सलियों के लिए सुरक्षित नहीं है.
दो नक्सली पकड़े गए हैं: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह भी कहा है कि "हमारे पास नक्सलियों के होने का इनपुट था, तभी हमने वहां जाकर ऑपरेशन किया था और 2 लोगों को पकड़ा भी है, जिसमें से एक को गोली लगी है. नक्सल ऑपरेशन से लौटते समय यह घटना घटी है. 2 साल बाद आईईडी ब्लास्ट में हमारे जवान शहीद हुए हैं. इस बीच साढ़े चार सालों में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में 75 कैंप लगाएं गए हैं.
भाजपा पर बरसे : सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में नीति ही नहीं थी. हमारे शासनकाल में नीति बनी है. उसी के तहत हम आगे बढ़े हैं और हमें सफलता मिली है. हमने 500-600 गांव खाली करा लिए हैं. कोंडागांव जिला पूरा खाली हो गया है. सुकमा जिले में थोड़े बॉर्डर में हैं. भारत सरकार ने कोंडागांव को खुद नक्सल मुक्त जिला डिक्लेअर किया है."
भाजपा ने साधा निशाना: छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि नक्सली हमले में हमने 11 बेटों को खोया है. केंद्र सरकार राज्य सरकार को पूरी मदद कर रही है. राज्य सरकार अब जागे और बस्तर में शांति बहाली के लिए काम करे. राज्य सरकार लगातार नक्सलियों के बैकफुट में होने के दावे कर रही है लेकिन लगातार हो रही घटनाओं से पता चल रहा है कि सरकार के दावों में कितनी सच्चाई है.