नई दिल्ली : नई आबकारी नीति लागू करने के दौरान भ्रष्टाचार के कथित मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर सीबीआई की रेड को लेकर बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर है. बीजेपी ने एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला किया है. शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदियापर लगातार सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है और उनके ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस भी जारी कर दिया है. आज बीजेपी ने एक बार फिर केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए घोटाले के मुख्य विषय को भटकाने का प्रयास करने की बात कही. साथ ही केजरीवाल को जवाब देने के लिए कहा कि यदि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति सही और ईमानदार थी तो उसे वापस क्यूं लिया गया.
वहीं मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी होने पर खुद सिसोदिया के यह सवाल उठाए जाने की वह दिल्ली में ही मौजूद हैं और कहीं नहीं भाग रहे इसके बाद भी उनके ख़िलाफ़ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है. इस पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि कानून के मुताबिक ये एजेंसी का अधिकार है कि वह लुकआउट नोटिस जारी कर सकते हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है.उन्होंने कहा कि भाजपा के आरोपों के मुताबिक इस बात के पुख़्ता सबूत हैं कि केजरीवाल सरकार ने प्राइवेट शराब व्यापारियों को नई आबकारी नीति की आड़ में 144 करोड़ की छूट दी और बाद में तीस करोड़ और माफ़ कर दिए. उधर मनीष सिसोदिया ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि सीबीआई की एफ़आईआर में केवल एक करोड़ के घोटाले का ज़िक्र है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अभी जांच प्रक्रिया जारी है और ऐसे में एफ़आईआर में दर्ज एक करोड़ को आखिरी नहीं माना जाना चाहिए. साथ ही भाजपा प्रवक्ता ने यह भी कहा कि घोटाले की रकम भ्रष्टाचार को छिपाने का पैमाना नहीं हो सकती.
इसी क्रम में दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा देखा गया है कि राज्य के शिक्षा मंत्री ही शराब मंत्री भी हैं. दिल्ली के राजस्व में सेंध लगाने वाली सरकार ने अब जनता का विश्वास खो दिया है.भाजपा ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को चुनौती देते हुए कहा है कि वह दो दिन के अंदर केवल एक सवाल का जवाब दें कि यदि उनकी आबकारी नीति सही थी तो उसे वापस क्यूं लिया.
गौरव भाटिया ने कहा, 'बीजेपी ने केजरीवाल सरकार से सवाल पूछे कि अगर आम आदमी पार्टी की आबकारी नीति सही थी तो वापस क्यों ली गई? जवाब आया कि विदेशी समाचार न्यूयॉर्क टाइम्स कहता है कि आम आदमी पार्टी का शिक्षा मॉडल बड़ा अच्छा है.' उन्होंने कहा, 'कोविड की दूसरी लहर आई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा पूरे देश के साथ खड़ी हो गई, दवाई सुनिश्चित की गई, अस्पतालों की व्यवस्था सुधारी गई. केजरीवाल जी को उस समय दवाई, बेड और ऑक्सीजन व्यवस्था पर ध्यान देना था, लेकिन वो भ्रष्टाचारी कलम आबकारी नीति पर दस्तखत में लगी थी.'
दिल्ली के शिक्षा मंत्री के ख़िलाफ़ सीबीआई जांच और लुकआउट नोटिस पर सियासत भी लगातार जारी है. आम आदमी पार्टी समेत अन्य विपक्षी पार्टियां भी मोदी सरकार पर यह आरोप लगाती रही हैं कि वह एजेंसियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों के ख़िलाफ़ कर रहे हैं. इस पर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी तब ऐसा होता था. आज मोदी सरकार में केवल भ्रष्टाचार के ख़िलाफ जांच होती है और एजेंसियां निष्पक्ष रूप से अपना काम कर रही हैं.
ये भी पढ़ें - मनीष सिसोदिया को लुकआउट नोटिस पर घमासान, सीबीआई ने कहा, अभी भेजा ही नहीं