नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लंदन यात्रा पर बीजेपी लगातार सवाल उठा रही है. पहले उनके केरोसिन वाले बयान पर बीजेपी घेरने की कोशिश की, अब वह लेबर पार्टी के पूर्व नेता जेरेमी कॉर्बिन के साथ तस्वीर को लेकर राहुल गांधी को कटघरे में खड़ा कर रही है. कांग्रेस की तरफ से रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी एक फोटो ट्वीट किया, जिसमें मोदी भी जेरेमी कॉर्बिन के साथ नजर आ रहे हैं. इसके बाद बीजेपी ने फिर जवाब दिया. बीजेपी का कहना है कि जब पीएम मोदी जेरेमी कॉर्बिन से मिले थे, तब वह नेता प्रतिपक्ष थे. उस समय ब्रिटिश नेता ने कश्मीर पर विवादित बयान भी नहीं दिया था. इसलिए राहुल गांधी के मुलाकात की तुलना नरेंद्र मोदी से नहीं की जा सकती है.
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मोदी मिले 2015 में जब जेरेमी विपक्ष का नेता था, मिलना प्रोटोकॉल था
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 24, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जेरेमी का IRA से कनेक्शन 2017 में सामने आया
2019 में जेरेमी ने कश्मीर को भारत से अलग करने की मांग की
राहुल गांधी इस बाद मिलने गया, क्यों ?
पर जिसे भारत एक देश ही नहीं लगता उसके चमचें समझ भी क्या सकते हैं https://t.co/dgXzVGdFDv
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— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 24, 2022
जेरेमी का IRA से कनेक्शन 2017 में सामने आया
2019 में जेरेमी ने कश्मीर को भारत से अलग करने की मांग की
राहुल गांधी इस बाद मिलने गया, क्यों ?
पर जिसे भारत एक देश ही नहीं लगता उसके चमचें समझ भी क्या सकते हैं https://t.co/dgXzVGdFDvमोदी मिले 2015 में जब जेरेमी विपक्ष का नेता था, मिलना प्रोटोकॉल था
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जेरेमी का IRA से कनेक्शन 2017 में सामने आया
2019 में जेरेमी ने कश्मीर को भारत से अलग करने की मांग की
राहुल गांधी इस बाद मिलने गया, क्यों ?
पर जिसे भारत एक देश ही नहीं लगता उसके चमचें समझ भी क्या सकते हैं https://t.co/dgXzVGdFDv
बीजेपी नेताओं ने लेबर पार्टी के विवादित नेता जेरेमी कॉर्बिन के साथ के साथ राहुल गांधी की मुलाकात पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस से बातचीत का एजेंडा सार्वजनिक करने की मांग की है. कॉर्बिन जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के समर्थक के तौर पर जाने जाते हैं. वह कश्मीर मुद्दे पर भी भारत की आलोचना और पाकिस्तान का समर्थन करने करने लिए प्रसिद्ध रहे हैं. मंगलवार को बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने एक तस्वीर ट्वीट की, जिसमें राहुल के बगल में जेरेमी कॉर्बिन दिखाई दे रहे हैं. इस फोटो में सैम पित्रोदा भी दिख रहे हैं. जैसे ही कपिल मिश्रा का ट्वीट पोस्ट किया गया, भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ गई. सभी ने भारत विरोधी नेता से मिलने और बधाई देने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की.
ईटीवी भारत से बात करते हुए बीजेपी महासचिव तरुण चुग ने कहा कि राहुल गांधी इसके लिए प्रसिद्ध हैं. भारत की एकता और अखंडता के लिए खतरा रहे विदेशी नेताओं से मिलना ही उनकी ताकत है. जब हमारे जवान लेह-लद्दाख में देश की इंच-इंच जमीन की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे थे, तब वह चुपके से चीन के राजदूत से मिलने चले गए. वह अपने नेताओं को पाकिस्तान भी भेजते हैं. इसमें कोई नई बात नहीं है, उनका रोल हमेशा एक डिज्नी प्रिंस का रहा है. वह दुनिया के मंचों पर भारत के खिलाफ बोलकर और देश की छवि बदनाम कर 130 करोड़ लोगों का अपमान करते रहे हैं. इसके पीछे एक कारण है, उन्होंने अपना इतालवी चश्मा नहीं बदला है.
राहुल गांधी के खिलाफ बीजेपी नेताओं के ट्वीट के मुकाबले के लिए कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला सामने आए. उन्होंने कुछ तस्वीरें भी पोस्ट कीं, जिसमें ब्रिटेन यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी भी जेरेमी कॉर्बिन से मिलते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि दुनिया के नेताओं और विभिन्न लोगों से मिलना हमारे देश की संस्कृति रही है. मेरा आप से मतभेद हो सकता है, आपकी अलग-अलग राय हो सकती है. कई बार लोग आपके साथ तस्वीर लेते हैं और एक फोटो क्लिक करना आतंकी काम नहीं है और न ही देश के खिलाफ है. अगर यह मानदंड है तो क्या मैं पूछ सकता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी जेरेमी कॉर्बिन क्यों मिल रहे थे? प्रधानमंत्री मोदी का उस व्यक्ति के साथ औपचारिक जुड़ाव क्यों कर रहे थे? क्या इसका मतलब यह है कि मोदीजी ने हमारे हित के खिलाफ भारत विरोधी टिप्पणी का समर्थन किया है?
राहुल गांधी का बचाव करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए, भाजपा महासचिव तरुण चुग ने कहा कि जब वे जवाब नहीं दे सकते, तो वे सुनियोजित झूठ बनाते हैं। भारत के खिलाफ जहर फैलाने वालों से उनका क्या रिश्ता है? इसका उन्हें जवाब देना होगा. उन्हें भारत की ओर से वहां जाने और बात करने के लिए किसने अधिकृत किया? वह उस नेता से क्यों मिले और उस बैठक का एजेंडा क्या था? देश यह जानना चाहता है.
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