कोलकाता : पश्चिम बंगाल में मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने सोमवार को कहा कि वह चार अक्टूबर को होने वाले राज्य सभा उपचुनाव के लिए मैदान में उम्मीदवार नहीं उतारेगी, यह एक ऐसा कदम है जो सत्तारूढ़ TMC उम्मीदवार के निर्विरोध चुनाव का मार्ग प्रशस्त करेगा.
हाल ही में TMC में हुई थीं शामिल
बता दें, सुष्मिता देव हाल ही में कांग्रेस छोड़ने के बाद TMC में शामिल हुई थीं, उन्हें पिछले ही हफ्ते उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था. असम के दिग्गज कांग्रेसी नेता स्वर्गीय संतोष मोहन देव की बेटी देव कांग्रेस की महिला विंग की प्रमुख थीं. उनके करीबी सूत्रों ने बताया कि उनके सोमवार को नामांकन दाखिल करने की संभावना है.
मानस भुनिया के इस्तीफे के बाद उपचुनाव
दरअसल, पश्चिम मेदिनीपुर के सबांग (Sabang) से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद टीएमसी के मानस भुनिया (Manas Bhunia) ने राज्य सभा से इस्तीफा दे दिया, जिसके चलते उपचुनाव कराना पड़ रहा है.
विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दी जानकारी
विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी (Leader of the Opposition Suvendu Adhikari) ने ट्वीट कर जानकारी दी कि भाजपा पश्चिम बंगाल में होने वाले राज्य सभा उपचुनाव के लिए किसी उम्मीदवार को नामित नहीं करेगी. परिणाम पूर्व निर्धारित है. हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करना है कि अनिर्वाचित मुख्यमंत्री एक बार फिर से अनिर्वाचित हो. जय मां काली.
भवानीपुर विधानसभा सीट से लड़ेंगे उपचुनाव
नंदीग्राम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराने वाले अधिकारी जाहिर तौर पर कोलकाता की भवानीपुर विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ने का जिक्र कर रहे थे.
जुलाई में भी निर्विरोध चुने गए थे TMC उम्मीदवार
जुलाई में राज्य सभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया था. TMC उम्मीदवार और प्रसार भारती के पूर्व CEO जवाहर सरकार (Former Prasar Bharati CEO Jawhar Sircar) निर्विरोध चुने गए थे.
विधानसभा चुनाव में मिली थी करारी हार
भाजपा ने मार्च-अप्रैल विधानसभा चुनाव में 292 सीटों में से 77 और तृणमूल कांग्रेस को 213 सीटें मिली थीं. जबकि ISF और GJM को एक-एक सीट मिली थी.
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भाजपा विधायक निसिथ प्रमाणिक (BJP MLAs Nisith Pramanik) और जगन्नाथ सरकार (Jagannath Sarkar) ने अपनी लोकसभा सीटों को बरकरार रखने के लिए इस्तीफा दे दिया, जिससे विधानसभा में पार्टी की ताकत घटकर 75 हो गई. भाजपा के चार अन्य विधायक TMC में चले गए, लेकिन अभी तक विधायकों के रूप में इस्तीफा नहीं दिया है.