नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने आखिरी के चार चरणों के पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए रणनीति में बदलाव किया है. भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधने की रणनीति बनाई है ताकि किसी तरह इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाया जाए और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के वोट काटे जाएं.
भाजपा ने मंगलवार को अपने प्रचार में नया आयाम जोड़ते हुए 40 सीटों के लिए नई रणनीति और नए कैंपेन का आगाज किया. इसका आगाज गृह मंत्री अमित शाह ने किया मगर इसके साथ ही अंदर खाने पार्टी ने आखिरी बचे चार चरण के लिए अब त्रिकोणीय मुकाबला बनाने की भी तैयारी कर ली है.
इसके लिए बीजेपी के तमाम वरिष्ठ नेताओं को यह निर्देश दिए गए हैं कि बाकी चरणों के चुनाव प्रचार के दौरान अब वह सिर्फ टीएमसी पर नहीं बल्कि कांग्रेस की नीतियों और कांग्रेस गठबंधन पर भी हमले करें. इसके पीछे बीजेपी की रणनीति टीएमसी के वोट बैंक में सेंध लगाने की है.
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस संयुक्त मोर्चा गठबंधन के तहत लेफ्ट और अब्बास सिद्दीकी की पार्टी इंडियन सेक्यूलर फ्रंट के साथ मिलकर लड़ रही है. आखिरी के चार चरण के लिए भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि यदि मुकाबला त्रिकोणीय होगा तो इसमें भाजपा को ज्यादा फायदा होगा. ऐसे में भाजपा टीएमसी को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है.
इसलिए बदली रणनीति
अब जिन सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें से कुछ पर कांग्रेस और कुछ पर लेफ्ट का भी अच्छा वोट बैंक है. यहां टीएमसी इस कोशिश में है कि वह लेफ्ट और कांग्रेस के वोट बैंक पर अपना वर्चस्व स्थापित कर सके लेकिन भाजपा इस मामले को त्रिकोणीय बना कर इसे दिलचस्प मोड़ देना चाहती है.
पार्टी सूत्रों की मानें तो उनका कहना है कि आखिरी के चार चरण में कुछ सीटों पर कांग्रेस का भी अच्छा जनाधार है. अगर भाजपा टीएमसी और कांग्रेस को बराबर टारगेट कर वोट काटने में सफल हुई तो उनकी जीत तय है. यही वजह है कि पार्टी कांग्रेस पर भी निशाना साधने की कोशिश कर रही है.
त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा को होगा फायदा : राजनीतिक विश्लेषक
इस संबंध में 'ईटीवी भारत' ने जब राजनीतिक विश्लेषक देश रतन निगम से बात की. उन्होंने कहा 'यह त्रिकोणीय मामला दिलचस्प हो रहा है और इसका फायदा निश्चित तौर पर बीजेपी को मिलेगा.'
उन्होंने कहा कि लोग यह मानकर चल रहे हैं कि मुस्लिम वोट बीजेपी को नहीं मिलेगा लेकिन मेरा मानना है कि बंगाल में 5 में से 1 मुस्लिम का वोट बीजेपी को मिल सकता है. इसकी वजह ये है कि ट्रिपल तलाक के अत्याचार से जो महिलाएं मुक्त हुई हैं वह ज्यादातर भाजपा की तरफ जा रही हैं. भाजपा की तरफ जो महिलाएं जा रही हैं वह न सिर्फ ट्रिपल तलाक बल्कि बड़ा कारण 'उज्जवला योजना' है. इसका फायदा भाजपा को मिलेगा.
उन्होंने कहा मुद्रा योजना में भी ज्यादातर महिलाओं को लाभ मिला है. इसी तरह उज्जवला योजना में भी गैस के कनेक्शन महिलाओं को मिले हैं, इसीलिए यह मानना कि मुस्लिमों का वोट बीजेपी को नहीं मिल रहा है मेरे ख्याल से यह गलत है.
उनका कहना है कि जो महिलाएं या अल्पसंख्यक इन योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं उनका वोट बीजेपी को निश्चित तौर पर जा सकता है.
'बंगाल में वोट काटने का काम कर रही कांग्रेस'
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा, कांग्रेस चाहती है कि वोट उनके पास आएं ताकि बीजेपी के वोट कम होंं. कांग्रेस यह मानकर भी चल रही है कि उनके उम्मीदवार जीतेंगे तो नहीं लेकिन वोट ही काट लिए जाएं. कांग्रेस वहां वोट काटने के लिए काम कर रही है. इसलिए आखिरी चरण में वह प्रचार के कार्यक्रम बना रही है.
उन्होंने कहा, जहां तक बात त्रिकोणीय मुकाबले की है तो यह यथार्थ है, क्योंकि जिन इलाकों में मुस्लिम ज्यादा हैं वहां पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा. कांग्रेस का भविष्य न तो राष्ट्रीय स्तर पर दिख रहा है न ही राज्यों के स्तर पर, इसीलिए पार्टी के जो सदस्य हैं उन्हें लगातार काम करना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि अब वह जमाना गया कि आपने गांधी जी की फोटो लगा दी और राहुल गांधी और सोनिया गांधी के नाम पर वोट मिलते रहेंगे. अब राजनीति विकास के नाम पर हो रही है. यह जरूरी है कि आपको जमीन पर उतरने के लिए कुछ कार्यों को भी दिखाना होगा.