रायपुर : बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. पात्रा को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने राहत देते हुए उनके खिलाफ युवा कांग्रेस द्वारा कराई गई एफआईआर को निरस्त कर दिया है.
गांधी परिवार पर टिप्पणी के मामले में राहत
दरअसल, बीजेपी नेता संबित पात्रा ने पिछले साल मई के महीने में कांग्रेस के खिलाफ दो बार ट्वीट किया था. पात्रा ने अपने पहले ट्वीट में कहा था कि कोरोना की इस घड़ी में अगर कांग्रेस की सरकार होती तो इस आपात स्तिथि में भी वे भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आते. पात्रा ने एक और ट्वीट कर पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि राजीव गांधी के कारण सिख दंगे और बोफोर्स घोटाला हुआ था. पात्रा ने जवाहर लाल नेहरू को कश्मीर मामले का दोषी ठहराया था. पात्रा की इन ट्वीट के बाद यूथ कांग्रेस पार्टी की ओर से भिलाई और रायपुर में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
एफआईआर को हाईकोर्ट में दी थी चुनौती
अपने खिलाफ दर्ज हुई FIR को चुनौती देते हुए संबित पात्रा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में अपने अधिवक्ता शरद मिश्रा के माध्यम से याचिका दायर की थी. पूरे मामले की सुनवाई जस्टिस संजय के अग्रवाल की सिंगल बेंच द्वारा की गई.
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भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक वीडियो शेयर कर ममता की चोट पर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि बेचारा पैर ...हिल हिल के बता रहा है वो कितने दर्द में है. दरअसल उस वीडियो में व्हीलचेयर पर बैठीं ममता के चोटिल पैर को बार-बार हिलाते हुए देखा जा सकता था. बताया जा रहा है कि नंदीग्राम में टीएमसी कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान का यह वीडियो है.