नई दिल्ली : भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने आज लोक सभा में शून्यकाल के दौरान असम के दरंग जिले में कोई रेलवे स्टेशन न होने का मुद्दा उठाया. दिलीप सैकिया ने कहा कि आजादी के बाद से असम के दरंग जिले को रेलवे मानचित्र पर जगह नहीं मिली है. उन्होंने रेल मंत्रालय से अपील की और कहा कि दरंग में रेलवे स्टेशन स्थापित करने की दिशा में केंद्र सरकार तत्परता से पहल करे.
सैकिया ने कहा कि इस परियोजना को निश्चित समय सीमा में पूरा किया जाए, इसकी जवाबदेही भी तय की जाए. उन्होंने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, ऐसे में दरंग जिले को रेल मानचित्र पर लाने की पहल की जाए.
दिलीप सैकिया ने अपनी बात की शुरुआत में कहा कि उनके संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला दरंग जिला रेल मानचित्र पर शामिल नहीं हो सका है. उन्होंने कहा कि दरंग जिले में रेलवे स्टेशन की स्थापना का मुद्दा पहले भी दो बार संसद में उठा चुके हैं. उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय ने जुलाई, 2019 में एक सवाल के जवाब में संसद में जवाब दिया था कि रेलवे लाइन के लिए 2016-17 में सर्वे स्वीकृत किया गया था, और सर्वे का काम भी पूरा हो चुका है.
दिलीप सैकिया ने बताया कि रिपोर्ट का निरीक्षण कर इसे लागू नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि लगभग 140 किलोमीटर की रेलवे लाइन का निर्माण कार्य लंबित है. उन्होंने कहा कि दरंग जिले में एक भी रेलवे स्टेशन नहीं है. इस कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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सैकिया ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से अपील की और कहा कि रेलवे लाइन के सर्वे रिपोर्ट पर तत्परता से कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि डीपीआर और फंड आवंटन जैसी शर्तें पूरी की जाएं. उन्होंने कहा कि 2022 के बजट में इसे शामिल किया जाए.