कोलकाता : भाजपा सांसद अर्जुन सिंह टीएमसी में शामिल हो गए हैं. उन्होंने रविवार को कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. टीएमसी में शामिल होने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए अर्जुन सिंह ने भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई पर तंज कसा और कहा कि एसी कमरों में बैठकर राजनीति नहीं की जा सकती, राजनीति करने के लिए जमीन पर उतरना पड़ता है. उन्होंने कहा कि पार्टी का ग्राफ गिर रहा है.
वहीं, बैरकपुर के सांसद अर्जुन सिंह के टीएमसी जॉइन करने के तुरंत बाद उनके आवास से भाजपा के झंडे उतार लिए गए और टीएमसी के झंडे लगाए गए. अर्जुन सिंह के समर्थक टीएमसी के झंडे लगाते हुए दिखाई दिए.
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West Bengal | BJP flags were removed from the residence of Barrackpore MP Arjun Singh and TMC flags were put as the leader rejoined TMC after quitting BJP today. pic.twitter.com/l5J9GA33FF
— ANI (@ANI) May 22, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">West Bengal | BJP flags were removed from the residence of Barrackpore MP Arjun Singh and TMC flags were put as the leader rejoined TMC after quitting BJP today. pic.twitter.com/l5J9GA33FF
— ANI (@ANI) May 22, 2022West Bengal | BJP flags were removed from the residence of Barrackpore MP Arjun Singh and TMC flags were put as the leader rejoined TMC after quitting BJP today. pic.twitter.com/l5J9GA33FF
— ANI (@ANI) May 22, 2022
इससे पहले चर्चा थी कि अर्जुन सिंह भाजपा से असंतुष्ट चल रहे हैं. भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें कई बार मनाने की कोशिश की, फिर भी अर्जुन सिंह नहीं माने. इससे पहले, भाजपा सूत्रों ने खुलासा किया था कि अर्जुन सिंह ने शुभेंदु अधिकारी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का फोन नहीं उठाया. अर्जुन सिंह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे और भाजपा के टिकट पर बैरकपुर से सांसद निर्वाचित हुए थे. वह भाटपारा से चार बार विधायक रह चुके हैं. बता दें, पिछले 11 महीने में पश्चिम बंगाल भाजपा के पांच बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ी है.
अर्जुन सिंह की बैरकपुर में मजबूत पकड़
टीएमसी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अर्जुन सिंह को बैरकपुर से टिकट नहीं दिया था, जिसके बाद उन्होंने भाजपा की तरफ से चुनाव लड़ा और टीएमसी के दिग्गज नेता दिनेश त्रिवेदी को बैरकरपुर से हराया था.
ये था भाजपा से नाराजगी का कारण
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जुन सिंह जूट किसानों की मांग नहीं पूरी होने के कारण भाजपा से नाराज थे. दरअसल, केंद्रीय जूट आयोग ने कच्चे जूट की कीमतें तय कर दी, जिससे पश्चिम बंगाल में कच्चे जूट की कमी हो गई. इसको लेकर वह लगातार केंद्र सरकार पर हमले बोल रहे थे. अर्जुन सिंह का क्षेत्र बैरकपुर जूट मिल का गढ़ माना जाता है. हाल के दिनों यहां कई जूट मिलें बंद हो गई हैं.
एक साल के भीतर पांच नेताओं ने भाजपा से किया किनारा
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 के बाद अब तक भाजपा के पांच बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं. चुनाव के बाद सबसे पहले जून 2021 में मुकुल रॉय ने भाजपा छोड़ फिर से टीएमसी का दामन थाम लिया था. इसके बाद राजीब बनर्जी, बाबुल सुप्रीयो, विश्वजीत दास जैसे बड़े नेताओं ने भी भाजपा से किनारा कर टीएमसी जॉइन कर ली थी.
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