ETV Bharat / bharat

यूपी में भाजपा को बड़ा झटका, मौर्य के समर्थक तीन विधायकों ने दिया इस्तीफा

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है. योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के इस्तीफे और सपा ज्वॉइन करने के बाद भाजपा के तीन और विधायकों के पार्टी से इस्तीफा देने की खबर है. खबर है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थक भाजपा विधायकों- ब्रजेश प्रजापति, रोशन लाल वर्मा और भगवती सागर ने भी इस्तीफा दे दिया है.

उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश
author img

By

Published : Jan 11, 2022, 3:56 PM IST

Updated : Jan 11, 2022, 5:48 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है. योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के इस्तीफे और सपा ज्वॉइन करने के बाद भाजपा के तीन और विधायकों के पार्टी से इस्तीफा देने की खबर है. रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा विधायक ब्रजेश प्रजापति, रोशन लाल वर्मा और भगवती सागर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. तीनों विधायकों को स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थक माना जाता है.

रोशन लाल वर्मा ने शाहजहांपुर जिले की तिलहर सीट से विधायक हैं. वहीं, ब्रजेश प्रजापति बांदा जिले की तिंदवारी सीट से विधायक हैं और भगवती सागर कानपुर नगर जिले की बिल्हौर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

ऐसा माना जाता है कि प्रजापति मौर्य के खेमे के हैं. तिंदवारी विधायक ब्रजेश कुमार प्रजापति के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया कि तिंदवारी विधायक ब्रजेश प्रजापति ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से आज इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बताया कि प्रजापति ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अपना इस्तीफा भेजा है. प्रजापति ने 2012 का चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन हार गए थे. वह 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले मौर्य के साथ ही बसपा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे.

शाहजहांपुर से मिली सूचना के अनुसार, रोशन लाल वर्मा ने भाजपा पर दलितों, पिछड़ों और वंचितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए त्यागपत्र दिया है. वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. मैं स्‍वामी प्रसाद मौर्य के साथ रहूंगा.' उन्होंने कहा, 'हम लोगों की शिकायतें उठाते थे तो उन्हें नहीं सुना जाता था, हमें नहीं सुना जाता था. हमने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ.'

उन्होंने कहा, 'मैं सपा में शामिल हो रहा हूं. भाजपा नीत सरकार में दलित व पिछड़े अल्पसंख्यक कमजोर लोगों की लगातार उपेक्षा हो रही थी. बेरोजगारी बढ़ी है.'वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार दिखा रही है कि रोजगार दिए गए हैं जबकि यह सब फर्जी है, इसी से क्षुब्ध होकर उन्होंने पार्टी छोड़कर सपा का दामन थामा है.

यह भी पढ़ें- स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा से इस्तीफा, 'साइकिल' पर हुए सवार

विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री का इस्तीफा और समाजवादी पार्टी में शामिल होने की खबरें सियासी रूप से भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ा सियासी नुकसान साबित हो सकती हैं. सूत्रों का कहना है कि योगी सरकार में मंत्री दारा सिंह चौहान, धर्मसिंह सैनी, तिलहर विधायक रोशन लाल, नंद गोपाल गुप्ता, ममतेश शाक्य पटियाली (कासगंज), विनय शाक्य विधूना (औरैया), नीरज मौर्य, धर्मेंद्र शाक्य शेखुपुर (बदायूं) सहित करीब 10 से अधिक भाजपा विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में शामिल होंगे.

(एजेंसी इनपुट)

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है. योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के इस्तीफे और सपा ज्वॉइन करने के बाद भाजपा के तीन और विधायकों के पार्टी से इस्तीफा देने की खबर है. रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा विधायक ब्रजेश प्रजापति, रोशन लाल वर्मा और भगवती सागर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. तीनों विधायकों को स्वामी प्रसाद मौर्य का समर्थक माना जाता है.

रोशन लाल वर्मा ने शाहजहांपुर जिले की तिलहर सीट से विधायक हैं. वहीं, ब्रजेश प्रजापति बांदा जिले की तिंदवारी सीट से विधायक हैं और भगवती सागर कानपुर नगर जिले की बिल्हौर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

ऐसा माना जाता है कि प्रजापति मौर्य के खेमे के हैं. तिंदवारी विधायक ब्रजेश कुमार प्रजापति के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया कि तिंदवारी विधायक ब्रजेश प्रजापति ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से आज इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बताया कि प्रजापति ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अपना इस्तीफा भेजा है. प्रजापति ने 2012 का चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन हार गए थे. वह 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले मौर्य के साथ ही बसपा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे.

शाहजहांपुर से मिली सूचना के अनुसार, रोशन लाल वर्मा ने भाजपा पर दलितों, पिछड़ों और वंचितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए त्यागपत्र दिया है. वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'मैंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है. मैं स्‍वामी प्रसाद मौर्य के साथ रहूंगा.' उन्होंने कहा, 'हम लोगों की शिकायतें उठाते थे तो उन्हें नहीं सुना जाता था, हमें नहीं सुना जाता था. हमने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ.'

उन्होंने कहा, 'मैं सपा में शामिल हो रहा हूं. भाजपा नीत सरकार में दलित व पिछड़े अल्पसंख्यक कमजोर लोगों की लगातार उपेक्षा हो रही थी. बेरोजगारी बढ़ी है.'वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार दिखा रही है कि रोजगार दिए गए हैं जबकि यह सब फर्जी है, इसी से क्षुब्ध होकर उन्होंने पार्टी छोड़कर सपा का दामन थामा है.

यह भी पढ़ें- स्वामी प्रसाद मौर्य का भाजपा से इस्तीफा, 'साइकिल' पर हुए सवार

विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री का इस्तीफा और समाजवादी पार्टी में शामिल होने की खबरें सियासी रूप से भारतीय जनता पार्टी के लिए बड़ा सियासी नुकसान साबित हो सकती हैं. सूत्रों का कहना है कि योगी सरकार में मंत्री दारा सिंह चौहान, धर्मसिंह सैनी, तिलहर विधायक रोशन लाल, नंद गोपाल गुप्ता, ममतेश शाक्य पटियाली (कासगंज), विनय शाक्य विधूना (औरैया), नीरज मौर्य, धर्मेंद्र शाक्य शेखुपुर (बदायूं) सहित करीब 10 से अधिक भाजपा विधायक स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में शामिल होंगे.

(एजेंसी इनपुट)

Last Updated : Jan 11, 2022, 5:48 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.