नई दिल्ली : राजस्थान विधानसभा चुनाव 25 नवंबर को होने वाला है. उससे पहले ही सियासी घमासान तेज हो गया है. हाल ही में स्थानीय सिकराय में कांग्रेस के एक चुनावी रैली में प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि भाजपा धर्म की राजनीति कर रही है. वहीं, बुधवार को एक बार प्रियंका गांधी भाजपा पर हमलावर हुईं और कहा कि मोदी सरकार की घोषणाएं खोखली हैं. जिसके बाद भाजपा ने पलटवार करते हुए चुनाव आयोग के समक्ष इसकी शिकायत की है. भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, हरदीप सिंह पुरी और अन्य नेता शामिल है.
मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात के बाद भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मीडिया से बातचीत की. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया, "आज हमने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात की और उनसे आदर्श आचार संहिता और आरपी अधिनियम का कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा किये गए उल्लंघन की शिकायत की." गौरतलब है कि प्रियंका ने 20 अक्टूबर को राजस्थान के दौसा में एक चुनावी रैली को संबोधित कर पीएम मोदी की ओर से देवनारायण मंदिर में कथित लिफाफे में 21 रुपये चढ़ाने को लेकर बयान दिया था. प्रियंका के इस बयान को लेकर भाजपा ने आपत्ति जतायी और इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया.
उन्होंने कहा, "हम चुनाव आयोग से पूछना चाहते हैं कि क्या प्रियंका गांधी वाड्रा आदर्श आचार संहिता से ऊपर हैं? हम चुनाव आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हैं..." इसी तरह, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा, "प्रियंका गांधी वाड्रा ने जानबूझकर उस खबर को मुद्दा बनाया, जिसे पहले ही फर्जी घोषित कर दिया गया था. वह इस मुद्दे को उछालने की कोशिश कर रही हैं, जो आधारहिन है और जिसे पहले ही फर्जी करार दिया गया है. चुनाव आयोग इसे अति गंभीरता से देखेगा और चाहे नोटिस जारी करें या एफआईआर दर्ज करें, चुनाव आयोग निश्चित रूप से इसके खिलाफ फैसला लेगा.