शिमला : हिमाचल में सत्ता के सेमी फाइनल में भाजपा बुरी तरह से हार गई. मंडी लोकसभा सीट सहित तीनों विधानसभा सीटों पर भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा है. प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने जीत के लिए हर संभव प्रयास किये, लेकिन कांग्रेस ने महंगाई को हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है. भाजपा की हार को तर्क के जरिए ढंकने का प्रयास करते हुए उन्होंने कहा कि मंडी के चुनावी इतिहास में यह सबसे कम अंतर की जीत है. कांग्रेस की जीत जश्न के लायक नहीं है. मंडी में भाजपा की हार का अंतर बहुत कम रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेशक महंगाई वैश्विक मुद्दा है, लेकिन यह हिमाचल में चुनाव के दौरान प्रभावी पाया गया. उन्होंने पार्टी से भीतरघात करने वालों को भी चेतावनी दी और कहा कि ऐसे पार्टी विरोधी तत्वों के साथ कड़ाई से निपटा जाएगा. पार्टी हार के सभी पहलुओं पर चिंतन करेगी. उन्होंने कांग्रेस के विजेता प्रत्याशियों को भी बधाई दी.
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के राजनीतिक कद की सराहना करते हुए कहा कि विपक्षी दल को वीरभद्र फैक्टर का लाभ मिला है. वीरभद्र सिंह के देहावसान के बाद कांग्रेस ने सहानुभूति फैक्टर को भुनाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उप चुनाव में मिली पराजय के सभी कारणों का आकलन किया जाएगा. कमी कहां रही है इसका पता लगाया जाएगा. इस बारे में प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं से भी बात की जाएगी.
सीएम जयराम ठाकुर ने नोटा की भूमिका पर भी अपने तर्क दिए और कहा कि यदि नोटा का प्रयोग नहीं होता तो परिणाम कुछ और होते. उन्होंने कहा कि भाजपा जनमत का सम्मान करती है और इस पराजय की समीक्षा की जाएगी. चुनाव परिणाम के बाद शिमला में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पराजय से पार्टी को जो भी सबक मिले हैं, उनसे सीखने का प्रयास किया जाएगा.