पटनाः बिहार के पटना में बीते गुरुवार को विधानसभा मार्च के दौरान लाठीचार्ज हुआ था, जिसमें जहानाबाद के भाजपा महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गई. इसको लेकर भाजपा नेता प्रशासन पर पिटाई का आरोप लगाते हुए आज काला दिवस मना रहे हैं. दूसरी ओर प्रशासन ने लाठीचार्ज में विजय सिंह की मौत के आरोप को खारिज किया है. पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने दावा किया है कि विजय सिंह की मौत स्वभाविक है.
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'CCTV में विजय सिंह छज्जूबाग की तरफ जा रहे': पटना एससपी ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह दावा किया है कि विजय सिंह प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे ही नहीं थे. एसएसपी ने बताया कि मृतक विजय सिंह के साथी भरत प्रसाद चन्द्रवंशी के बयान के आधार पर इलाके के सीसीटीवी की जांच की गयी, जिसमें विजय सिंह छज्जूबाग की तरफ जाते दिख रहे हैं. जबकि लाठीचार्ज डाकबंगला चौराहा पर किया गया है.
CCTV में रिक्शा का लोकेशन: सीसीटीवी के अनुसार विजय सिंह अपराह्न 01:22 बजे जेपी गोलम्बर से निबंधन कार्यालय, छज्जूबाग की तरफ गए थे, जो डाकबंगला रोड से अलग है. 01:27 बजे अपराह्न उसी रास्ते में दुर्गा अपार्टमेन्ट के सामने खाली रिक्शा दिखता है, इसी रिक्शा से वे 01:32 बजे अपराह्ण तारा हॉस्पीटल पहुंचते हैं. घटनास्थल दुर्गा अपार्टमेंट के निकट से तारा हॉस्पीटल जाने में रिक्शा से लगभग 5 मिनट लगता है.
'विजय सिंह की मौत स्वभाविक': सीसीटीवी से स्पष्ट होता है कि विजय सिंह के साथ घटना 01:22 से 01:27 बजे के बीच छज्जूबाग क्षेत्र में ही हुई है. इस बीच वे डाकबंगला पहुंच भी नहीं सकते थे, जहां पर भीड़ को तीतर बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग हुआ था. छज्जूबाग क्षेत्र में कोई पुलिस बल नहीं था. छज्जूबाग की घटना सीसीटीवी में नहीं है, लेकिन उससे 50 मीटर पहले कैमरा में उनका आवागमन दिख रहा है. इससे साफ है कि उनकी मौत स्वाभाविक है.
'शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं': एससपी के बयान से स्पष्ट होता है कि विजय सिंह की मौत पुलिस के लाठीचार्ज से नहीं हुई है. उनके शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं पाये गये हैं. इधर, भाजपा नेताओं का मानना है कि विजय सिंह की मौत लाठीचार्ज में हुई है. इसको लेकर बिहार सरकार के साथ प्रशासन पर पिटाई करने का आरोप लगाया जा रहा है. अब प्रशासन को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिसमें मौत के कारणों का खुलासा हो सकता है.
विजय सिंह के साथ का बयान: इधर, JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भी लाठी चार्ज में विजय सिंह की मौत के आरोप को गलत ठहराया है. उन्होंने एक व्यक्ति भरत प्रसाद चन्द्रवंशी का वीडियो भी शेयर किया है. जिसमें विजय सिंह की मौत कैसे हुई, इसको लेकर भरत प्रसाद चन्द्रवंशी ने बयान दिया है. भरत प्रसाद विजय सिंह के साथ बताए जा रहे हैं, ये भी भाजपा नेता के साथ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आ रहे थे. लेकिन पहुंचने से पहली ही घटना हो गई. इसी के आधार पर ललन सिंह ने भाजपा के आरोप को खारिज किया है.
"विजय सिंह जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे ही नहीं तो लाठी चार्ज में कैसे घायल हुए? गोदी मीडिया ने इसका संज्ञान नहीं लिया जोकि संभव है, क्योंकि मीडिया तो केंद्र सरकार के नियंत्रण में है..! गोदी मीडिया अफवाह फैलाने में 'बड़का झुट्ठा पार्टी' की सहयोगी है. अगर साहस है तो कोई विजय सिंह पर लाठीचार्ज की वीडियो या साक्ष्य तो दिखाए ?" - ललन सिंह, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष
क्या है मामलाः बता दें कि गुरुवार को पटना में विधानसभा मार्च के दौरान डाकबंगला चौराहा पर भाजपा नेताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. इस दौरान पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल का प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया था. भाजपा नेताओं का आरोप है कि इसी लाठी चार्ज में जहानाबाद के BJP महामंत्री विजय सिंह की मौत हो गई. इसके बाद से भाजपा, बिहार सरकार पर हमलावर हो गई है.