भुवनेश्वर : ओडिशा में हुए पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) ने प्रचंड जीत दर्ज की है. उसने अपने विपक्षियों को काफी पीछे छोड़ते हुए कुल 851 जिला परिषद क्षेत्रों में से 766 पर कब्जा किया है. इस तरह बीजेडी ने 2017 के चुनाव की तुलना में अपना ही अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
2017 के पंचायत चुनावों में सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल ने 473 जिला परिषद की सीटें जीती थीं, जबकि इस साल पार्टी ने 2022 में 290 नई सीटें अपने विपक्षियों से छीनी है. बीजेडी ने पंचायत चुनाव में लगभग 2.10 करोड़ वोटों में से 52.73 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं.
इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को भारी झटका लगा है. बीजेपी ने 2017 के पंचायत चुनाव में 297 सीटें जीती थीं, मगर इस बार उसे सिर्फ 42 सीटों से संतोष करना पड़ा. कांग्रेस 37 जिला परिषद क्षेत्र की सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर रही. हालांकि इस बार कांग्रेस को भी सीटों का नुकसान हुआ है. 2017 के पंचायत चुनावों में कांग्रेस ने 60 सीटों पर जीत दर्ज की थी. चूंकि बीजेडी ने सभी 30 जिलों में ज्यादा सीटें हासिल की है, इसलिए नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजेडी ही सभी जिला परिषदों का नेतृत्व करेगा.
2022 के ग्रामीण चुनाव परिणामों से संकेत मिलता है कि भाजपा को ओडिशा में सबसे बड़ा झटका लगा है क्योंकि पार्टी के हाथ से 255 सीटें फिसल गई हैं. बीजेपी अपने परंपरागत 10 जिलों झारसुगुड़ा, देवगढ़, मयूरभंज, जाजपुर, भद्रक, जगतसिंहपुर, रायगढ़, कोरापुट, मलकानगिरी और नबरंगपुर में भी एक भी सीट जीतने में सफल नहीं हुई. कांग्रेस ने चार जिलों कोरापुट, रायगडा, कंधमाल और बोलांगीर में काफी अच्छा प्रदर्शन किया. कोरापुट में कांग्रेस ने 12 सीटें जीत लीं. हालांकि, देश की सबसे पुरानी पार्टी 18 जिलों में एक भी जिला परिषद में खाता नहीं खोल पाई.
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