रामपुरहाट (पश्चिम बंगाल): केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में आठ लोगों की हत्या की जांच की जिम्मेदारी संभालने के बाद इस घटना के सिलसिले में शुक्रवार को मामले दर्ज किए. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने केंद्रीय एजेंसी को जांच की जिम्मेदारी संभालने का निर्देश दिया था, जिसके बाद सीबीआई ने यह कदम उठाया.
अधिकारी कहा कि कोलकाता से सीबीआई अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार रात बीरभूम जिले के बोगतुई गांव पहुंचेगी, जहां 21 मार्च को बदमाशों ने 10 घरों में आग लगा दी थी, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी. सीबीआई शनिवार से मामले की जांच शुरू करेगी. उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को सीबीआई को राज्य पुलिस से मामले की जांच अपने हाथ में लेने और सुनवाई की अगली तारीख पर प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया.
इससे पहले दिन में, सीबीआई की केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएसएफएल) इकाई ने साक्ष्य एकत्र करने के लिए वारदात स्थल का दौरा किया. सीएफएसएल टीम के एक सदस्य ने कहा, 'हम अभी ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. हम यहां अपनी जांच के तहत नमूने लेने आए हैं.' इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के गिरफ्तार किए गए नेता एवं रामपुरहाट ब्लॉक-एक के पूर्व अध्यक्ष अनारुल हुसैन ने दावा किया कि उन्होंने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.
हुसैन ने कहा, 'दीदी (टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी) द्वारा मुझे ऐसा करने का निर्देश दिए जाने के बाद मैंने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.' पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि हुसैन को तारापीठ के पास एक होटल के बाहर से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस अधिकारी पहले हुसैन को पकड़ने के लिए उनके आवास पर गए थे, लेकिन वह उस समय घर में मौजूद नहीं थे. स्थानीय अदालत ने उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
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(पीटीआई-भाषा)