बीजापुर: फरसेगढ़ से अगवा पूर्व सरपंच महेश गोटा गंभीर घायल हालत में मिला. नक्सलियों ने पूर्व सरपंच पर धारदार हथियार से हमला किया और मरा हुआ समझकर सोमनपल्ली के पास छोड़ दिया. वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने महेश गोटा को गंभीर हालत में देखा. गांव में जानकारी पहुंचाई और महेश गोटा को अस्पताल पहुंचाया. महेश गोटा का इलाज जारी है. हालत गंभीर बताई जा रही है.
कब बनाया था बंधक: कुटरू गांव के आदिवासी हर साल सावन में चिकट राज पहाड़ में पूजा करने जाते हैं. इस साल भी 50 से ज्यादा आदिवासी रविवार को पूजा अर्चना के लिए पहुंचे, लेकिन वापसी के दौरान उनका सामना नक्सलियों से हो गया. 7 लोगों को बंधक बनाकर नक्सलियों ने 45 लोगों को छोड़ दिया. बाद में परिवार की अपील के बाद बाकी के 6 ग्रामीणों को भी छोड़ दिया. लेकिन पूर्व सरपंच महेश गोटा को बंघक बनाकर रखा.
बेटी ने नक्सलियों से की थी मार्मिक अपील: महेश गोटा को बंधक बनाए जाने के बाद उसकी मासूम बच्ची राजकुमारी ने नक्सलियों से पिता को छोड़ने की मार्मिक अपील की थी. लेकिन नक्सलियों पर बच्ची की अपील का फर्क नहीं पड़ा और नक्सलियों ने पूर्व सरपंच को गंभीर रूप से घायल कर छोड़ दिया.
पहले भी नक्सली महेश गोटा का कर चुके हैं अपहरण: कुटरू गांव का पूर्व सरपंच महेश गोटा भाजपा युवा मोर्चा का कार्यकर्ता भी हैं. इससे पहले साल 2012 में भी नक्सलियों ने महेश गोटा का अपहरण कर लिया था. उस दौरान 7 दिन तक बंधक बनाने के बाद उसे छोड़ दिया गया था.