बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु की भाषा कन्नड़ है, लेकिन आईटी सेक्टर की स्थापना के बाद यहां शहर के अधिकांश हिस्सों में बाहरी राज्यों से लोग आए यहां आकर बस गए. इस कारण यहां अब कन्नड़ बोलने वाले लोग बहुत कम हो गए. हालांकि, राज्य के लोग अपनी भाषा को लेकर बहुत भावुक हैं और अधिकतर बातचीत अपनी ही भाषा में करते हैं.
इस बीच यहां एक कन्नड़ बोलने वाले लोगों ने बिहार से आए एक लड़के की मदद की, जो कन्नड़ नहीं जानता.
दरअसल, बिहार के एक लड़के पर BBMP के चेकिंग अधिकारी ने बस में मास्क न पहनने के कारण फाइन लगा दिया. इस लड़के ने अधिकारी से अनुरोध किया कि, उसकी जेब में केवल 100 रुपये हैं, इसलिए कृपया इस बार क्षमा करें और मैं इसे कभी नहीं दोहराऊंगा, लेकिन चेकिंग इंस्पेक्टर के लिए लड़के के शब्दों का कोई मोल नहीं था.
इसके बाद ऑफिसर को उसने फाइन के पैसे दिए और बस में चुपचाप बैठ गया. अन्य यात्री जो उसके पास बैठे थे, उन्होंने पूरी घटनाओं को देखा और उसके बाद उन यात्रियों ने उस लड़के से कन्नड़ का एक शब्द सीखने पर उसको पैसे देने का वादा किया.
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बिहार का वह लड़का, जो कन्नड़ को नहीं समझता, उन्हें देखकर और खामोशी से बैठ गया. इस दौरान उन यात्रियों ने उसे कम से कम कुछ कन्नड़ शब्दों को सीखने की सलाह दी.
हर भाषा सभी के लिए महत्वपूर्ण है, हमें सभी भाषाओं का सम्मान करना होगा और उस भाषा को जानने की कोशिश करनी होगी जहां हम रहते हैं.