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जेल में बंद हत्या के आरोपी ने IIT-JAM में हासिल किया 54वां स्थान

बिहार के नवादा जिले के एक युवक ने जेल से आईआईटी-जैम क्वालीफाई (kaushalendra got 54th rank in iit jam) कर युवाओं के लिए मिसाल पेश की है. उसने साबित कर दिया है कि जब मंजिल सपना बन जाए तो उसे हासिल करने से कोई बाधा नहीं रोक सकती. उस पर हत्या का आरोप है. पढ़ें पूरी खबर...

विचाराधीन कैदी
विचाराधीन कैदी
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Published : Mar 24, 2022, 6:14 PM IST

Updated : Mar 24, 2022, 7:20 PM IST

नवादा : घर, स्कूल और कॉलेज में पढ़कर तो लाखों छात्रों ने अपनी मंजिल हासिल की है. लेकिन बिहार के एक नौजवान ने जेल में रहकर ऐसा कमाल कर दिखाया, कि अब पूरे देश में उसकी चर्चा हो रही है. ये नौजवान नवादा मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी कौशलेंद्र कुमार है. कौशलेंद्र कुमार उर्फ सूरज कुमार ने जेल में रहकर ही पढ़ाई की और आज आईआईटी-जैम क्वालीफाई (Kaushalendra Qualified IIT-JAM Exam in nawada Jail) कर सभी को चौंका दिया है. इतना ही नहीं, कौशलेंद्र की इस परीक्षा में ऑल इंडिया रैकिंग 54वां (Kaushalendra got 54th rank in iit-jam) है.

जानकारी के अनुसार, कौशलेंद्र नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है. बीते 19 अप्रैल 2021 को मौसमा गांव में हुई मारपीट की घटना के आरोप हैं. इस मारपीट में 45 वर्षीय युवक संजय यादव की मौत हो गई थी, जिसके बाद संगीन आरोपों में कौशलेंद्र 11 महीने से जेल में बंद (undertrial prisoner Kaushalendra in nawada jail) है. उसका मामला विचाराधीन है.

कौशलेंद्र का सपना वैज्ञानिक बनने का है और यही वजह है कि जेल आने के बाद भी उसने अपनी पढ़ाई जारी (iit preparation in nawada jail bihar) रखी. उसने सेल्फ स्टडी के जरिए आईआईटी-जैम की तैयारी की और आज उसने इस परीक्षा में 54वां रैंक प्राप्त किया. उसने अपनी इस सफलता का श्रेय पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे और अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है.

बता दें कि आईआईटी रुड़की द्वारा जारी रिजल्ट में सूरज को 54वां रैंक मिला है. आईआईटी द्वारा हर साल ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर (IIT- JAM) का आयोजन किया जाता है. यह एक एंट्रेंस एग्जाम है, जिसके माध्यम से दो वर्षीय एमएससी प्रोग्राम में दाखिला मिलता है. कौशलेंद्र के लिए आगे की पढ़ाई करने का रास्ता साफ हो गया है.

ये भी पढे़ं : योग गुरु बाबा शिवानंद 126 साल की उम्र में कैसे हैं फिट, खुद जानिए उनकी जुबानी

नवादा : घर, स्कूल और कॉलेज में पढ़कर तो लाखों छात्रों ने अपनी मंजिल हासिल की है. लेकिन बिहार के एक नौजवान ने जेल में रहकर ऐसा कमाल कर दिखाया, कि अब पूरे देश में उसकी चर्चा हो रही है. ये नौजवान नवादा मंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी कौशलेंद्र कुमार है. कौशलेंद्र कुमार उर्फ सूरज कुमार ने जेल में रहकर ही पढ़ाई की और आज आईआईटी-जैम क्वालीफाई (Kaushalendra Qualified IIT-JAM Exam in nawada Jail) कर सभी को चौंका दिया है. इतना ही नहीं, कौशलेंद्र की इस परीक्षा में ऑल इंडिया रैकिंग 54वां (Kaushalendra got 54th rank in iit-jam) है.

जानकारी के अनुसार, कौशलेंद्र नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है. बीते 19 अप्रैल 2021 को मौसमा गांव में हुई मारपीट की घटना के आरोप हैं. इस मारपीट में 45 वर्षीय युवक संजय यादव की मौत हो गई थी, जिसके बाद संगीन आरोपों में कौशलेंद्र 11 महीने से जेल में बंद (undertrial prisoner Kaushalendra in nawada jail) है. उसका मामला विचाराधीन है.

कौशलेंद्र का सपना वैज्ञानिक बनने का है और यही वजह है कि जेल आने के बाद भी उसने अपनी पढ़ाई जारी (iit preparation in nawada jail bihar) रखी. उसने सेल्फ स्टडी के जरिए आईआईटी-जैम की तैयारी की और आज उसने इस परीक्षा में 54वां रैंक प्राप्त किया. उसने अपनी इस सफलता का श्रेय पूर्व जेल अधीक्षक अभिषेक कुमार पांडे और अपने भाई वीरेंद्र कुमार को दिया है.

बता दें कि आईआईटी रुड़की द्वारा जारी रिजल्ट में सूरज को 54वां रैंक मिला है. आईआईटी द्वारा हर साल ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर (IIT- JAM) का आयोजन किया जाता है. यह एक एंट्रेंस एग्जाम है, जिसके माध्यम से दो वर्षीय एमएससी प्रोग्राम में दाखिला मिलता है. कौशलेंद्र के लिए आगे की पढ़ाई करने का रास्ता साफ हो गया है.

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Last Updated : Mar 24, 2022, 7:20 PM IST
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