भोपाल। अगर आप वंदे भारत ट्रेन से सफर करने वाले हैं और इसमें जाकर सेल्फी खींचना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर एक महिला को अपने बेटे के साथ वंदे भारत ट्रेन के अंदर सेल्फी लेना महंगा पड़ गया. महिला के पास वंदे भारत एक्सप्रेस का टिकट नहीं था, वह केवल सेल्फी लेने के लिए ट्रेन में चढ़ी थी, लेकिन तब तक ट्रेन चल दी और महिला को 5 हजार 470 का खर्चा करना पड़ा. इतना ही नहीं महिला को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से लेकर झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन तक की यात्रा भी करनी पड़ी.
वंदे भारत ट्रेन में महिला को सफर करना पड़ा महंगा: राजधानी भोपाल से शुरू हुई वंदे भारत ट्रेन लोगों के आकर्षण का विषय बनी हुई है. अभी भी ट्रेन को करीब से देखने और ट्रेन में सफर करने का उत्साह लोगों में बना हुआ है. भोपाल में ऐसे ही एक महिला अपने पति और बेटे के साथ सुबह रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर अपने कुछ रिश्तेदारों को ट्रेन में बैठाने पहुंची थी. रिश्तेदारों को वंदे भारत ट्रेन में बैठाने के बाद वह ट्रेन से बाहर आ गई. लेकिन इसी बीच महिला के मन में सेल्फी लेने का विचार आया तो वह अपने बेटे को लेकर चढ़ गई, तभी ट्रेन के चलने का अनाउंसमेंट हो गया. महिला ट्रेन से उतर पाती उससे पहले ही ट्रेन का दरवाजा बंद हो गया. बता दें कि वंदे भारत ट्रेन के गेट 2 मिनट पहले ही बंद हो जाते हैं, उसके बाद ट्रेन रेलवे स्टेशन से शुरू होती है. इसी के चलते गेट बंद हो जाने के कारण महिला अपने बच्चे के संग ट्रेन में ही रह गई.
बिना टिकट लिए ट्रेन पर चढ़ी महिला: वंदे भारत ट्रेन स्टेशन से चलने से पहले ही उसके दरवाजे ऑटोमैटिक लॉक हो जाते हैं और दरवाजे के लॉक होने के बाद ही ट्रेन का इंजन स्टार्ट होता है. महिला ने जैसे ही देखा कि दरवाजे लॉक हो गए हैं, उसने वहां मौजूद स्टाफ से मदद भी मांगी, लेकिन स्टाफ का कहना था कि एक बार दरवाजे लॉक होने के बाद गाड़ी स्टार्ट हो गई तो अगले स्टेशन से पहले दरवाजे नहीं खुलते हैं. यह जानने के बाद महिला परेशान हो गई. इसके बाद महिला ने खुद की और 16 साल के बेटे की यूपीआई पेमेंट के माध्यम से 3 हजार 70 की ऑनलाइन पेमेंट कर ट्रेन के अगले गंतव्य वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन (झांसी) तक का टिकट लिया.
वंदे भारत ट्रेन के स्टाफ ने की मदद: बाद में रेलवे स्टाफ ने महिला की मदद करते हुए महिला के फोन से दिल्ली की तरफ से आ रही शताब्दी एक्सप्रेस में दोनों मां-बेटे का टिकट ऑनलाइन टिकट बुक कराया, जिसके लिए उन्हें अलग से 2400 रुपए का पेमेंट करना पड़ा. वंदे भारत ट्रेन जब रानी वीरांगना स्टेशन पहुंची तब जाकर ट्रेन के गेट खुले और उसके बाद महिला और उसका बेटे ने शताब्दी एक्सप्रेस से वापस भोपाल की ओर रुख किया.
वंदे भारत ट्रेन में सफर करने वालों के लिए जरूरी सूचना: अगर आप भी वंदे भारत ट्रेन में सफर करना चाहते हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें. वंदे भारत ट्रेन चलने के 2 मिनट पहले उसके दरवाजे ऑटोमैटिक लॉक हो जाते हैं और अगले स्टेशन तक दरवाजे नहीं खुलते. इसलिए अगर आप वंदे भारत एक्सप्रेस में सफर करना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रखें, वरना जो उस महिला के साथ हुआ वो कहीं आपके साथ न हो जाए.