भोपाल। राजधानी भोपाल की अपेक्षा डबराल ने मिसेज इंडिया 2023 का खिताब अपने नाम किया. मिसेज इंडिया एम्प्रेस ऑफ द नेशन 2023 सीजन-4 का आयोजन पुणे, महाराष्ट्र में अंजना और कार्ल मैस्करेनहास द्वारा विवाहित महिलाओं के लिए किया गया था. जिसमें अपेक्षा डबराल ने अपनी श्रेणी में मिसेज इंडिया 2023 का खिताब जीता. भोपाल के लिए गौरवशाली ताज लेकर आईं. बता दें अपेक्षा डबराल मिसेज एमपी 2022 भी रही हैं. वह एक परामर्श मनोवैज्ञानिक, सॉफ्ट स्किल्स ट्रेनर और एक प्रिंट और रनवे मॉडल हैं. वह लॉरियल इंडिया और टाइम्स फैशन वीक जैसे ब्रांड्स के लिए वॉक कर चुकी हैं. (Bhopal Apeksha Dabral won Mrs India)
एयर होस्टेस हैं अपेक्षा: अपेक्षा का जन्म भोपाल में हुआ. उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई भोपाल में की. अपेक्षा एयर होस्टेस बनना चाहती थी. उस सपने को साकार करने के लिए वह बाहर गई और एयर होस्टेस भी बन गई. अपेक्षा ने कतर एयर डेक्कन और किंगफिशर जैसी एयरलाइंस में एयर होस्टेस का काम किया है. अपेक्षा ने एमबीए और साइकोलॉजी की पढ़ाई भी की है. अपेक्षा ने अपनी मां ज्योति के कहने पर पहली बार किसी कॉन्टेस्ट में भाग लिया और नतीजा यह रहा कि वह जीत गईं. अपेक्षा को केक बनाने और पेंटिंग का शौक है.
इंटरनेशनल लेवल पर लेंगी हिस्सा: अपेक्षा कहती हैं कि ''जब भी वह फ्री होती हैं तो मां के साथ ही बेकरी का काम घर पर करती हैं. उनका कहना है कि ''हर काम को करने के लिए एक महिला के साथ परिवार का सपोर्ट बेहद जरूरी है, क्योंकि एक महिला ही दुर्गा, काली , सरस्वती होती है. ऐसे ही महिला में हर तरह के रूप होते हैं. इसलिए वह समय आने पर सभी काम कर सकती है. अपेक्षा का रुझान फिलहाल फिल्मों में जाने का नहीं है. वह कहती हैं कि 'फिल्मों में जाना उनका टारगेट नहीं है. लेकिन मिसेज इंडिया कॉन्टेस्ट के बाद इंटरनेशनल लेवल में जरूर हिस्सा लेंगी और जीतकर भी आएंगी. वो बताती हैं कि 'मिसेज एमपी उनका पहला कॉन्टेस्ट था. इसलिए उन्हें अंदर से डर लग रहा था, लेकिन उनको उम्मीद थी कि वह जीत जरूर जाएंगी. ऐसे में उन्होंने घर पर खूब प्रैक्टिस की. अपेक्षा कहती हैं कि 'उनका कॉन्फिडेंस लेवल शुरू से ही हाई था और उन्हें उम्मीद थी कि वह जरूर जीतेंगी'. मिसेज एमपी के साथ अपेक्षा को दो और क्राउन भी मिले हैं. जिसमें मिसेज पॉपुलर और बेस्ट कैटवॉक अवार्ड शामिल है. (Apeksha Mrs India)
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कलाकुंज फाउंडेशन से जुड़ी हैं अपेक्षा: वह लैंगिक तटस्थता और महिलाओं की समानता की प्रबल समर्थक और विश्वासी हैं. वह एक सामाजिक कारण से कलाकुंज फाउंडेशन से जुड़ी हैं और विवाहित महिलाओं को जीने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करना चाहती हैं. उनके पति, मां, बेटा और पूरा परिवार उनके सबसे बड़े सपोर्ट सिस्टम हैं. फरहा अनवर के मिसेज एमपी मंच ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एमपी का प्रतिनिधित्व करने का आत्मविश्वास और साहस दियाय सपने देखने और चकाचौंध करने की कोई उम्र नहीं होती. अपेक्षा उसी का एक उदाहरण हैं