नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र का आज 14वां दिन है. विपक्ष की नारेबाजी का दौर जारी है. लोक सभा में पेगासस जासूसी समेत कई मुद्दों को लेकर हंगामा और नारेबाजी होने के बीच सरकार के मंत्रियों ने कहा कि विपक्ष के नेता एक आदिवासी महिला मंत्री का अपमान कर रहे हैं.
दरअसल, शुक्रवार को लोक सभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद में ओलंपिक में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले भारत के खिलाड़ियों को बधाई दी गई. इसके बाद जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, झारखंड के भाजपा सांसद ने स्वास्थ्य मंत्रालय से सवाल पूछा. सवाल का जवाब देने के लिए स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती पवार खड़ी हुईं. इसी समय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी खड़े हुए.
भारती द्वारा सवाल का जवाब देने के पहले मंडाविया ने कहा कि विपक्षी दल यह नहीं चाहते कि जिस तरीके से मोदी सरकार महिलाओं और आदिवासियों के हित में काम कर रही है, उसका जिक्र किया जाए. मंडाविया ने कहा कि हंगामा कर रहा विपक्ष यह नहीं चाहता कि मातृत्व मृत्यु दर और स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर संसद में बात की जाए, इसलिए हंगामा और नारेबाजी की जा रही है. ऐसा करने के कारण आदिवासी महिला मंत्री का अपमान हो रहा है.
गौरतलब है कि डॉ भारती प्रवीण पवार महाराष्ट्र के दिन्डोरी से लोकसभा सांसद हैं. वह अनुसूचित जनजाति समुदाय से आती हैं. पेशे से डॉक्टर भारती प्रवीण पवार को दिसंबर 2019 में सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद के खिताब से नवाजा गया था.
2012 से 2019 तक वो जिला परिषद की सदस्य रहीं. डॉ. भारती प्रवीण पवार को 2019 लोकसभा चुनाव में दिन्डोरी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था. पहली बार संसद पहुंची भारती पवार कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की सलाहकार समिति की सदस्य भी हैं.
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बता दें कि गत 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद विस्तार में सात महिला सांसदों को जगह दी है. इनके नाम हैं मीनाक्षी लेखी, अनुप्रिया पटेल, शोभा करांदलजे, दर्शना विक्रम जार्दोश, डॉ भारती प्रवीण पवार, अन्नपूर्णा देवी और प्रतिमा भौमिक. चार महिला सांसद पहले से मोदी मंत्रिमंडल में हैं. ये हैं निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, साध्वी निरंजन ज्योति और रेणुका सिंह. कुल महिला मंत्रियों की संख्या 11 हो गई.