जयपुर. हरियाणा में भरतपुर के दो जाति विशेष के युवकों की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एक ओर जहां इस वाकया के बाद भरतपुर में तनाव का माहौल बना हुआ है तो वहीं दूसरी ओर अब विश्व हिंदू परिषद की भी मामले में एंट्री हो गई. वीएचपी की ओर से कहा कि मौत किसी की भी हो, लेकिन जले हुए नर कंकालों का मिलना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. आग दुर्घटना में लगी है या फिर किसी ने लगाई है, अभी इसकी जांच होनी बाकी है. ऐसे में किसी भी समाज या संगठन पर आरोप लगाने से ज्यादा जरूरी है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए. ताकि आरोपी को पकड़ा जा सके. आगे वीएचपी की ओर से उक्त मामले की सीबीआई जांच कराने की भी मांग की गई.
CBI जांच की मांग - विश्व हिंदू परिषद राजस्थान के प्रदेश मंत्री सुरेश उपाध्याय ने कहा कि कहा कि वाकया में सियासी एजेंडे के तौर बजरंग दल के नाम को घसीटा जा रहा है, जो अनुचित है. उन्होंने कहा कि मृतक के भाई के बयान के आधार पर पुलिस ने यह मान लिया कि इस घटना में बजरंग दल के लोग शामिल हैं और एक को तो गिरफ्तार भी कर लिया गया. हालांकि, अभी तक यह भी साफ नहीं हो पाया है कि आखिरकार बरामद नरकंकाल किसके हैं.
उपाध्याय ने कहा कि वाकया के पीछे की वजह जब तक साफ नहीं होगी, तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई कि हो सकता है कि तस्करों के आपसी रंजिश में यह घटना पेश आई हो. यही कारण है कि हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, ताकि हकीकत सबके सामने आ जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके.
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न दें सियासी रंग - उपाध्याय ने कहा कि भरतपुर के दो गौ तस्कर लापता हैं. जिन पर गौ तस्करी के कइयों मामले पहले से चल रहे हैं. इस तरह की घटना को सियासी रंग देना गलत है. उन्होंने कहा कि एक तस्कर के भाई के आरोप के आधार पर कार्रवाई करने से पहले प्रारंभिक जांच होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि इस घटना में अनावश्यक रूप से बजरंग दल के नाम को घसीटा जा रहा है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. लेकिन राज्य सरकार को ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए, न कि वोट बैंक की सियासत करनी चाहिए. आखिर में उन्होंने कहा कि वीएचपी ने हरियाणा पुलिस से इस मामले की एफआईआर दर्ज कर जांच करने की मांग की है.