हैदराबाद: भारत निर्वाचन आयोग ने कहा है कि भारत राष्ट्र समिति (BRS) को दान के रूप में 683 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दान में मिली है. यह राशि किसी भी क्षेत्रीय पार्टी को दान में मिली सबसे अधिक राशि है. चुनाव आयोग की विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2022-23 में पार्टी को विभिन्न रूपों में 683,06,70,500 रुपये दान मिला. इसमें इलेक्टोरल बॉन्ड से 529,03,700000 रुपये, प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 90 करोड़ रुपये और अन्य व्यक्तियों और संगठनों से 64,03,00,500 करोड़ रुपये मिले.
इस तरह बीआरएस को देश की किसी भी क्षेत्रीय पार्टी में सबसे अधिक चंदा मिला है. इस पार्टी को मिले 64.03 करोड़ रुपये के चंदे में सबसे बड़ी रकम मंत्रियों, जन प्रतिनिधियों, नेताओं और उनके परिवारों से जुड़े संगठनों द्वारा प्रदान की गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य के नागरिक आपूर्ति मंत्री गंगुला कमलाकर ने 10 करोड़ रुपये, परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजय कुमार की पत्नी जयश्री, उदय कुमार की पत्नी और उनके बेटे नरेन, हंशा पावर एंड इंफ्रा कंपनी के निदेशकों ने 10 करोड़ रुपये, राज्यसभा सदस्य वद्दीराजू रविचंद्र की गायत्री ग्रेनाइट कंपनी ने 10 करोड़ रुपये, श्रम मंत्री चमकुरा मल्लारेड्डी ने 2.75 करोड़ रुपये और उनकी पत्नी कल्पना ने 2.25 करोड़ रुपये का दान दिया. इसी तरह एमएलसी पी. वेंकटरामरेड्डी के रिश्तेदार राजपुष्पा प्रॉपर्टीज ने 10 करोड़ रुपये पार्टी फंड में सौंपे हैं.
इनके अलावा वेमुलावाड़ा से बीआरएस उम्मीदवार चाल्मेदा नरसिम्हा राव के परिवार से संबंधित चाल्मेडा फीड्स और विमला फीड्स ने दो-दो करोड़ रुपये के 4 करोड़ रुपये का दान दिया है. कोलकाता मुख्यालय वाली एमकेजे एंटरप्राइजेज ने भी बीआरएस को 5 करोड़ रुपये का दान दिया है. बीआरएस के बाद, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम को क्षेत्रीय दलों के बीच 192.22 करोड़ रुपये की दूसरी सबसे बड़ी राशि मिली. आंध्र प्रदेश में सत्ता पर काबिज वाईएसआरसीपी को 68,00,30,000 रुपये मिले, जिसमें से 52 करोड़ रुपये चुनावी बांड के रूप में, 16 करोड़ रुपये प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से और 30 हजार रुपये मिले.
चुनाव आयोग के मुताबिक तेलुगु देशम पार्टी को 11,92,39,124 रुपये मिले हैं, जो चंदे के तौर पर इकट्ठा किया गया था. इसके अलावा हैदराबाद के केंद्र में राजनीति चलाने वाली एआईएमआईएम पार्टी के लिए 24 लाख 09,000 रुपये एकत्र किए गए हैं और ये दान मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से आया है.
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