नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने अखिलेश यादव से जेड प्लस सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया है. कहा गया है कि अखिलेश यादव को इस सुरक्षा की खासा जरूरत नहीं है.
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय के सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि अखिलेश यादव से जेड प्लस सुरक्षा वापस लेने का फैसला इस अवलोकन के बाद लिया गया था कि अखिलेश को इतना सुरक्षा खतरा नहीं है.
अखिलेश के अलावा उत्तर प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री को जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है.
सिक्योरिटी लिस्ट से हटाए गए इन नेताओं के नामः
केंद्र द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा में RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव, भाजपा सांसद राजीव प्रताप रेड्डी और उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश रैना का नाम हटा दिया गया है.
गृह मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक अधिसूचना में कहा कि, इन तीन नेताओं के नाम CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) द्वारा प्रदान की गई सिक्योरिटी लिस्ट से हटा दिए गए हैं.
पढ़ेंः प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज हुए मुलायम सिंह यादव, मंगलवार को होगा ऑपरेशन!
किन किन नेताओं की सुरक्षा हुई डाउन ग्रेडः
चिराग पासवान की सुरक्षा को Y में बदल दिया गया है. जबकि पूर्व सांसद राजेश रंजन @ पप्पू यादव की केंद्रीय सुरक्षा , को 'Y' में डाउनग्रेड किया गया.
वहीं उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश राना की सुरक्षा को केंद्रीय सूची से हटा दिया गया है.
ठीक इसी तरह गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की जेड प्लस सिक्योरिटी को भी वापस लेने का फैसला किया है.
आपको बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के कमांडो वीआईपी सुरक्षा प्रदान करते हैं.
बता दें कि एनएसजी कमांडो के 22 सदस्य अखिलेश यादव को सुरक्षा दे रहे थे.
गृह मंत्रालय हर साल वीआईपी सुरक्षा की समीक्षा करता है.
हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद अखिलेश यादव के लिए यह एक और बड़ा झटका माना जा रहा है.