श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि राज्य में सरकार बनने पर उनकी पार्टी जन सुरक्षा कानून (Public Safety Act) खत्म कर देगी. उन्होंने युवाओं के बीच बढ़ते आतंकवाद की प्रवृत्ति को लेकर बीजेपी पर आरोप लगाए.
ईटीवी भारत के संवाददाता से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को ऐसा लगता है कि उनके साथ जुल्म हो रहा है. युवा ऐसा मानते हैं कि उन्हें बिना वजह पकड़ा जा रहा है. उनसे पूछताछ की जाती है. इस कारण वे नाराज होकर बंदूक उठाते हैं.
उमर ने युवाओं के बंदूक उठाने का हवाला देते हुए कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनने पर वे पब्लिक सेफ्टी एक्ट का कानून खत्म कर देंगे.
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पिछले पांच साल का जिक्र करते हुए उमर ने कहा कि बीजेपी-पीडीपी सरकार की नाकामी रही है कि रातों-रात रोज छापेमारी की जा रही है, और गिरफ्तारियां हो रही हैं. इसमें कुछ राजनीतिक लोग भी शामिल हैं.
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पुलवामा जिले का जिक्र करते हुए उमर ने कहा कि खास तौर से इस जिले के राजनीतिक लोग पुलिस की मदद से लोगों को उठवाते हैं, और फिर अपने नेताओं से फोन करा उन्हें छुड़वाते हैं. इसका मकसद वोट का फायदा बटोरना है.
विपक्षी दलों पर वार करते हुए उमर ने कहा कि यही लोग नौजवानों के साथ सख्ती करते हैं. फिर खुद को इलाज बनाकर सामने पेश करते हैं. ताकि इसका सियासी फायदा हो. हमने पहले भी सरकार से इस पर रोक लगाने की मांग की है. हमारी सरकार बनने पर इस पर पूरी तरह रोक लगेगी.