रामगढ़: झारखंड स्थित सिद्धपीठ रजरप्पा स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर स्थिति भैरवी नदी के छिलका पुल पर तेज धार में पैर फिसल जाने के कारण एक-एक कर पति-पत्नी बच्चे सहित बहने लगे. लेकिन स्थानीय दुकानदारों ने बहादुरी का परिचय देते हुए सभी को बचा लिया.
4 लोग बहे, दुकानदार ने बचाया
भैरवी नदी की उफान में छह महीने की बच्ची और उसकी मां नदी पार करने के दौरान अचानक तेज धार के कारण बह गए. ये लोग हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ थाना के गांव से बच्चे का मुंडन कराने परिवार सहित आठ-दस लोगों के साथ पहुंचे थे. मंदिर के दूसरे छोर गोला की ओर मंदिर के पास जाने के दौरान छिलका पुल पार कर रहे थे.
इसी क्रम में रूपा देवी का पैर फिसल गया. इस कारण वो नदी में गिर गई. चूंकि नदी की तेज धार से बचने के लिए सभी लोगों ने एक दूसरे का हाथ पकड़ा था, इसलिए एक-एक कर सभी लोग नदी के धार में गिरकर बहने लगे. जब लोगों ने हल्ला किया तो नदी के दूसरी ओर मौजूद दुकानदार युवक परमेश्वर यादव उर्फ पिंटू ने जान जोखिम में डालकर नदी में छलांग लगा दी और इन चारों को बचा लिया.
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बढ़ा है जलस्तर
लगातार हुई बारिश के कारण भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ गया है और छिलका नदी पुल के ऊपर से पानी बह रहा था. बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डालकर मंदिर पहुंच रहे हैं. हालांकि, लॉकडाउन के कारण मां छिन्नमस्तिका मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह से बंद है. बावजूद इसके श्रद्धालु वहां पहुंच रहे हैं और बाहर से ही दर्शन कर रहे हैं. साथ ही साथ मुंडन पूजन भी करवा रहे हैं. मंदिर न्याय समिति की ओर से भी लोगों से अपील लगातार की जा रही है कि वर्तमान में श्रद्धालु मंदिर नहीं पहुंचे.