बांदा : उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बबेरू में एक युवक ने जीभ काटकर मंदिर में चढ़ा दी. युवक पहले अपनी गर्दन काटकर देवी के चरणों में चढ़ाने जा रहा था, लेकिन उसकी मां ने उसे यह करने से मना कर दिया. उसी दौरान उसने अपनी जीभ निकाली और छुरा चला दिया. इसके बाद वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई. ग्रामीण इसे देवी का प्रताप मानते हुए जयकारे लगाने लगे.
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने युवक से इलाज कराने का आग्रह किया, लेकिन युवक ने अस्पताल जाने से मना कर दिया. फिलहाल युवक की हालत सामान्य है.
अंधविश्वास या भक्ति
पूरा मामला बबेरू कोतवाली क्षेत्र के भाटी गांव का है. यहां का रहने वाला आत्माराम यादव अचानक अपने घर से निकला और गांव में बने खेरापति देवी मां के मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना करने के बाद अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी. लोगों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, वहां पर उसे देखने के लिए भीड़ जमा हो गई और लोगों ने देवी मां के जयकारे लगाए.
जैसे इस घटना की जानकारी पुलिस को हुई तो बबेरू कोतवाली की पुलिस भी मौके पर पहुंची और युवक को इलाज कराने के लिए चलने को कहा. इस पर युवक ने मना कर दिया. पुलिस ने युवक से इलाज कराने के लिए खूब मिन्नतें की, लेकिन युवक नहीं माना. इसके बाद पुलिस भी युवक की हालत ठीक देख वहां से चली गई.
लोगों में भी अंधविश्वास, बोले- देवी मां ने बुलाया था
युवक के चाचा चंद्रभान सिंह यादव ने बताया कि आत्माराम को देवी मां ने बुलाया था. वह देवी के मंदिर में आया और अपनी जीभ काटकर मंदिर में चढ़ा दी. इसकी जानकारी हमें आत्माराम की मां ने दी थी. उन्होंने बताया था कि आत्माराम पहले अपनी गर्दन काटकर मंदिर में चढ़ाने जा रहा था, लेकिन जब उसे यह करने से मना किया और मिन्नतें की गईं, तब जाकर वह माना, लेकिन इसी दौरान उसने अपनी जीभ काटकर मंदिर में चढ़ा दी.
लोगोंं ने यह भी बताया कि आत्माराम देवी मां का बहुत बड़ा भक्त है.