नई दिल्ली : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) के खिलाफ दिल्ली स्थित जामिया नगर और शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन स्थलों पर बार-बार गोलीबारी होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी और भाजपा नेताओं द्वारा कथित तौर पर हिंसा भड़काए जाने को जिम्मेदार ठहराया है.
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग, दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को भड़काऊ बयान देने के कारण उनके खिलाफ कार्रवाई कर चुका है.
येचुरी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, 'हर जगह बार-बार गोलीबारी हो रही है और यह प्रधानमंत्री की सतत चुप्पी और मंत्रियों एवं भाजपा नेताओं द्वारा हिंसा भड़काए जाने का नतीजा है. एक के बाद एक वारदात, मिलीभगत की ओर इशारा करती है.'
उन्होंने कहा, 'शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों को खलनायक बता कर हिंसा उकसाने वालों को खुली छूट है.'
उल्लेखनीय है कि रविवार को दो अज्ञात व्यक्तियों ने कथित तौर पर जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर गोलीबारी की, हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. इससे पहले 30 जनवरी को सीएए के विरोध में जामिया से राजघाट तक पैदल मार्च के दौरान भी गोलीबारी की घटना हुई, इसमें एक छात्र घायल हो गया था. इसके बाद एक फरवरी को भी शाहीन बाग में धरना स्थल पर गोलीबारी की घटना हुई, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था.
येचुरी ने कहा, 'दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है. बार-बार हिंसा भड़काने की घटनाओं की जिम्मेदारी और जवाबदेही सीधे तौर पर गृह मंत्री और प्रधानमंत्री की है.'