उज्जैन : मध्य प्रदेश के उज्जैन में बसे 'कांगी मोहल्ले' की सकरी और अंधेरी गलियों में छगनलाल का घर है, जो इन गलियों में पर्यावरण संरक्षण के संदेशों का साक्षी है.
उज्जैन नगरी में बसा छगनलाल का घर, उन लोगों की मंजिल हो सकता है, जो इस क्षेत्र में लकड़ी की कंघी बनाने वालों की तलाश कर रहे हों. हालांकि, यह क्षेत्र कभी ऐसे कारीगरों का गढ़ हुआ करता था.
लेकिन इस क्षेत्र में 80 वर्षीय छगनलाल ही इस अनूठी कलाकारी को जानने वाले कुछ चुनिंदा लोगों में एक हैं, जिन्होंने देश के कोने में यह कलाकृति बनाने का सिलसिला जारी रखा है.
छगनलाल की झुर्रियां पड़ी अंगुलियां इस बात की गवाह हैं कि किस तरह से वह लकड़ी की कंघी बनाकर अपनी कारीगरी का नमूना पेश कर रहे हैं. छगनलाल उत्तर भारत की रोजवुड से, जिसे शीशम भी कहा जाता है, लकड़ी की कंघी बनाते हैं.
छगनलाल का दावा है कि लकड़ी की कंघी प्लास्टिक कंघी से बेहतर होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे बालों के झड़ने जैसी समस्या खत्म हो जाती है और साथ ही सिर की अच्छी तरह से मालिश भी होती है.
अपने हाथों से बनी लकड़ी की कंघी से अपने बालों को संवारते हुए छगनलाल कहते हैं कि इस कंघी से बालों को सुलझाना आसान होता है.
छगनलाल अपनी दस्तकारी से लकड़ी की कंघियों को कई तरह से बनाते हैं, जो आपको पक्षियों से लेकर मछलियों तक के आकार में देखने को मिल सकती हैं. इनका मूल्य 50 से लेकर 150 रुपये तक होता है.
पर्यावरण संरक्षण की ओर बढ़ाए गए छगनलाल के इस कदम की कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी सराहना कर चुकीं हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जैसी कई बड़ी हस्तियों ने भी छगनलाल की सराहना की है.
ईटीवी भारत की मुहिम से जुड़ी अन्य खबरें
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : संकल्प की मिसाल बना इंदौर का 'ब्लू विलेज,' देखें खास रिपोर्ट
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ की श्रद्धा ने बनाया क्रॉकरी बैंक
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरा मुक्त बनने की दिशा में वाराणसी रेलवे स्टेशन
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : स्वच्छता की मिसाल बनी उत्तराखंड की केवल विहार कॉलोनी
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : उत्तराखंड की आस्था ने बनाई बाल पंचायत, कचरा मुक्त बन रहा तौली गांव
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : मोतिहारी में मासूम बच्चों ने छेड़ी मुहिम, देखें खास रिपोर्ट
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हिमाचल की 'कल्पना' देशवासियों के लिए बनी मिसाल
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : NOIDA में प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है दुनिया का सबसे बड़ा चरखा
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गुजरात की पेटलाड नगरपालिका कर रही है उल्लेखनीय प्रयास
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : केरल की पंचायत को कचरा मुक्त बना रही हैं महिलाएं
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कर्नाटक में अनचात्गेरी गांव के सरपंच की अनूठी मुहिम
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से बचने के लिए कर्नाटक के मैसुरु जू में लिए जाते हैं 10 रुपये
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए GHMC बना रहा है ग्रीन स्ट्रीट वेंडिंग जोन
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हैदराबाद के इंजीनियर ने कचरे से ईंधन बनाने का ढूंढा नया तरीका
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : गाना गाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं मंडला के श्याम बैरागी
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : उपयोग बंद करने की मिसाल है राजस्थान का यह गांव, देखें वीडियो
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे के इस्तेमाल से सजावटी सामान बनाता है यह दंपती
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : जागरूकता फैलाने के लिए इंजीनियर उठा रहा कचरा
नो सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए नन्हें हाथ बना रहे रोबोट
नो टू प्लास्टिक : ओडिशा की इन महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा यह अभियान
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : इस पंचायत के लोग कचरे से बनाते हैं ईंट, फूलदान और टाइल
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : नितिन के अभिनव विचार से बनाएं अपने सपनों का घर
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : रायपुर में वेस्ट प्लास्टिक से तैयार की जा रही हैं टी-शर्ट्स
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : प्लास्टिक कचरा लाओ, भरपेट खाना खाओ
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : झारखंड के बाबाधाम में पुजारी ने शुरू की मुहिम
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : अन्य राज्यों के लिए मॉडल बन रहा अंबिकापुर वेस्ट मैनेजमेंट
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : यूटेंसिल बैंक से जागरूकता फैला रहा गाजियाबाद नगर निगम
नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : पुणे नगर निगम कचरे से बना रहा ईंधन