नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी गुरुवार को दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ कई मंत्रियों का भी शपथ ग्रहण होगा. इसकी संख्या कितनी होगी, यह जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है. कौन-कौन से मंत्री होंगे, इसे लेकर औपचारिक जानकारी का इंतजार है.
इसके बावजूद कई ऐसे नाम चल रहे हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे मंत्री बनाए जा सकते हैं. वैसे, मोदी ने जीत के बाद यह साफ कर दिया था कि मंत्रिमंडल को लेकर कोई अटकलें ना लगाई जाए. जिसको बनना है, वो बनेंगे. मोदी ने यह भी कहा था कि जिम्मेवारी सीमित लोगों को ही दी जा सकती है. लेकिन सारे लोग हमारे हैं.
इस बीच मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मोदी से मुलाकात की और उस बैठक में मंत्रिमंडल को लेकर विचार विमर्श किया गया है.
ऐसा माना जा रहा है कि इस बार जनता दल यू भी मंत्रिमंडल में शामिल होगा. ललन सिंह और संतोष कुशवाहा के नाम की भी चर्चा है. जदयू से दो सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है. लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से राम विलास पासावन फिर से मंत्री बनाए जा सकते हैं. वैसे, चर्चा ये भी थी कि उनके बेटे को मंत्री बनाया जाए. लेकिन पार्टी ने इससे इनकार कर दिया है. शिवसेना से भी दो सांसदों को मंत्री बनाए जाने की चर्चा है.
अकाली दल से एक कैबिनेट मंत्री और अपना दल से अनुप्रिया पटेल को फिर से मंत्री बनाए जाने की चर्चा है. सूत्रों का कहना है कि अकाली दल की ओर से सुखबीर बादल को जगह मिल सकती है. पिछली बार उनकी पत्नी हर सिमरत सिंह कौर मंत्री थीं.
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एआईएडीएमके का परफॉर्मेंस तो अच्छा नहीं रहा है, लेकिन तमिलनाडु में राजनीति साधने के लिए किसी न किसी को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर हलचल है.
जहां तक भाजपा का सवाल है तो अरुण जेटली ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि उनका स्वास्थ्य खराब है. वह मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होंगे.
इसके अलावा भाजपा में इस बार प. बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना के सांसदों को प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना है. इन राज्यों में भाजपा ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को मंत्री बनाया जा सकता है.
(अपडेट जारी है)