चंडीगढ़: इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में आजकल हर कोई एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करता है. बैंकों में जाकर लाइन में लगकर पैसे निकालने से अच्छा है एटीएम कार्ड के जरिए मिनटों में ट्रांजेक्शन करना. इससे टाइम की बचत तो होती ही है साथ में बैंक में जाने के मुकाबले ये सुविधाजनक भी है.
एटीएम और एटीएम कार्ड की तकनीक ने भले ही आपका काम आसान कर दिया हो, लेकिन अपराधियों ने इस तकनीक को आपके लिए हानिकारक भी बना दिया है. आपने भी कई बार सुना होगा कि एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार करके अपराधियों ने उपभोक्ता से लाखों की लूट को अंजाम दिया.
एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर अपराधी उपभोक्ता की जानकारी के बिना ही उसके अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं. अब आपके मन में भी ये सवाल उठ रहा होगा कि क्या हमारे एटीएम कार्ड की भी क्लोनिंग हो सकती है? आइए जानतें हैं कि कैसे तैयार होता है एटीएम क्लोन और किन तरीकों से आप अपने एटीएम को सुरक्षित रख सकते हैं.
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एटीएम कार्ड के क्लोन को लेकर साइबर एक्सपर्ट राजेश राणा ने ईटीवी भारत हरियाणा से खास बताचीत की. उन्होंने इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि अगर किसी दुकान पर भी आप एटीएम कार्ड के जरिए पेमेंट कर रहे हैं तो ये ध्यान रखें कि जिस डिवाइस पर दुकानदार एटीएम कार्ड स्वैप कर रहे हैं. अगर तीन बार से ज्यादा स्वैप करने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ. तो आपको चौकन्ना होने की जरूरत है.
एटीएम क्लोन को लेकर साइबर एक्सपर्ट राजेश राणा ने बताया कि अपराधी बड़े ही शातिर तरीके से आपके एटीएम कार्ड का पिन नंबर और सीवीवी कोड हासिल कर लेते हैं. उसके बाद अपराधी आपके अकाउंट से मनचाही ट्रांजेक्शन करते हैं. उन्होंने कहा कि जागरुकता के जरिए ही इस तरह के क्राइम से बचा जा सकता है.