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झारखंड : पाकुड़ में वज्रपात की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत - पाकुड़ में बच्चों की मौत के बाद पूरे गांव में मातम

झारखंड के पाकुड़ में वज्रपात की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि दो बच्चे झुलस गए थे. घटना के दूसरे दिन गांव के हर चौखट पर चीख-चित्कार ऐसा था जैसे हर कोई ने अपनों को खो दिया है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर..

Weeds in entire village after death of three children in Pakur jharkhand
पाकुड़ में वज्रपात की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत
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Published : Jun 12, 2020, 12:19 AM IST

पाकुड़ : झारखंड के पाकुड़ जिला के जुगीडीह गांव में ठनका की चपेट में आने से गांव के तीन बच्चे की हुई मौत हो गई थी. बच्चों की मौत ने जुगीडीह गांव में मातम ला दिया है. घटना के दूसरे दिन गांव के हर चौखट पर अपनों के होने का न केवल गम दिखा, बल्कि चित्कार ऐसी मानो कि हर घर के लोगों ने अपनों को खो दिया हो.
रो रहा पूरा गांव
गांव के लोग हंसते खेलते अपने ही गांव के वैसे तीन बच्चे जिनकी जान वज्रपात ने ले ली थी को भुला नहीं पा रहे. मृतकों के परिजन ही नहीं बल्कि ग्रामीणों का इन बच्चों से लगाव और प्रेम ही एक कारण था. जिसने इन मृत बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को इजाजत नहीं दी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सभी का पारंपरिक रीति-रिवाज से किया गया अंतिम संस्कार
गुरुवार को जब ईटीवी भारत के संवाददाता गमगीन गांव जुगीडीह पहुंचे तो चारों तरफ मातम का माहौल था. हर घर की चौखट से चीख और चित्कार अपनों को खोने की सुनाई दे रही थी. आखिर ऐसा हो क्यों नहीं, क्योंकि रोज गांव के लोग इन बच्चों को खेलते कूदते देखा करते थे. जो आज आंख मूंदे सोए हुए थे. पुलिस के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को घंटों समझाया कि पोस्टमार्टम इनका करा लें, सरकार से 4 लाख रुपए मुआवजा मिलेगा. लेकिन परिजन तैयार नहीं हुए और पारंपरिक रीति-रिवाज से ठनका की चपेट में काल की गाल में समाए 4 वर्षीय बाबूधन सोरेन, 12 वर्षीय जीतराम हेंब्रम और 15 वर्षीय एलोसोन सोरेन का दाह संस्कार किया गया.

Weeds in entire village after death of three children in Pakur jharkhand
पाकुड़ में वज्रपात की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत

परिजनों ने प्रशासन को लिख कर दिया है कि वे मुआवजा नहीं चाहते
परिजनों ने प्रशासन को यह भी लिख कर दिया है कि वे मुआवजा नहीं चाहते हैं, इसलिए पोस्टमार्टम भी नहीं कराया जाए. इस मामले में अंचलाधिकारी महेशपुर रितेश कुमार जायसवाल ने बताया कि परिजनों ने मुआवजा नहीं लेने को लेकर लिखित दिया है, इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारी को दे दी गई है.

Weeds in entire village after death of three children in Pakur jharkhand
पाकुड़ में वज्रपात की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत

ये भी पढ़ें- पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड में ठनका गिरने से तीन बच्चों समेत 5 की मौत

पाकुड़ : झारखंड के पाकुड़ जिला के जुगीडीह गांव में ठनका की चपेट में आने से गांव के तीन बच्चे की हुई मौत हो गई थी. बच्चों की मौत ने जुगीडीह गांव में मातम ला दिया है. घटना के दूसरे दिन गांव के हर चौखट पर अपनों के होने का न केवल गम दिखा, बल्कि चित्कार ऐसी मानो कि हर घर के लोगों ने अपनों को खो दिया हो.
रो रहा पूरा गांव
गांव के लोग हंसते खेलते अपने ही गांव के वैसे तीन बच्चे जिनकी जान वज्रपात ने ले ली थी को भुला नहीं पा रहे. मृतकों के परिजन ही नहीं बल्कि ग्रामीणों का इन बच्चों से लगाव और प्रेम ही एक कारण था. जिसने इन मृत बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को इजाजत नहीं दी.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सभी का पारंपरिक रीति-रिवाज से किया गया अंतिम संस्कार
गुरुवार को जब ईटीवी भारत के संवाददाता गमगीन गांव जुगीडीह पहुंचे तो चारों तरफ मातम का माहौल था. हर घर की चौखट से चीख और चित्कार अपनों को खोने की सुनाई दे रही थी. आखिर ऐसा हो क्यों नहीं, क्योंकि रोज गांव के लोग इन बच्चों को खेलते कूदते देखा करते थे. जो आज आंख मूंदे सोए हुए थे. पुलिस के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को घंटों समझाया कि पोस्टमार्टम इनका करा लें, सरकार से 4 लाख रुपए मुआवजा मिलेगा. लेकिन परिजन तैयार नहीं हुए और पारंपरिक रीति-रिवाज से ठनका की चपेट में काल की गाल में समाए 4 वर्षीय बाबूधन सोरेन, 12 वर्षीय जीतराम हेंब्रम और 15 वर्षीय एलोसोन सोरेन का दाह संस्कार किया गया.

Weeds in entire village after death of three children in Pakur jharkhand
पाकुड़ में वज्रपात की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत

परिजनों ने प्रशासन को लिख कर दिया है कि वे मुआवजा नहीं चाहते
परिजनों ने प्रशासन को यह भी लिख कर दिया है कि वे मुआवजा नहीं चाहते हैं, इसलिए पोस्टमार्टम भी नहीं कराया जाए. इस मामले में अंचलाधिकारी महेशपुर रितेश कुमार जायसवाल ने बताया कि परिजनों ने मुआवजा नहीं लेने को लेकर लिखित दिया है, इसकी जानकारी वरीय पदाधिकारी को दे दी गई है.

Weeds in entire village after death of three children in Pakur jharkhand
पाकुड़ में वज्रपात की चपेट में आने से तीन बच्चों की मौत

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