नई दिल्ली : उपभोक्ता मामलों के केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि सरकार प्याज के दाम स्थिर होते ही सही समय पर इसके निर्यात के बारे में विचार करेगी और उसे उपभोक्ताओं के साथ ही किसानों की भी पूरी चिंता है.
लोकसभा में राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान देश में प्याज किसानों की समस्याओं का मुद्दा उठाया. उन्होंने प्याज के निर्यात के संबंध में फैसला लेने के लिए सदन में उपस्थित वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से हस्तक्षेप की मांग की.
सुप्रिया के सवाल पर पासवान ने कहा कि प्याज के खुदरा दाम 100 से 150 रुपये प्रति किलोग्राम तक चले गए थे और तब सरकार को प्याज का आयात करना पड़ा था. उन्होंने कहा कि लेकिन 41,000 टन आयातित प्याज में से राज्यों ने केवल 1600 टन प्याज ही खरीदा.
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पासवान ने कहा कि प्याज के सड़ने का भी डर होता है. उसकी बुवाई भी एक महीने देरी से हुई थी. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्याज इतनी महंगी बिक चुकी है, दूसरी तरफ किसानों को उसके बहुत कम दाम मिल रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'प्याज के दाम अब तक हमारे नियंत्रण में नहीं आए हैं. दाम स्थिर होते ही प्याज के निर्यात पर विचार करेंगे. इस संबंध में सही समय पर फैसला लिया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि उपभोक्ता मामलों का मंत्री होने के नाते उन्हें उपभोक्ताओं की चिंता करनी है, लेकिन साथ ही किसानों का भी ध्यान रखना है.