कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की तारीख करीब आने के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के बीच विवाद के मुद्दे बढ़ते जा रहे हैं. हालिया मुद्दा विश्व-भारती विश्वविद्यालय से जुड़ा है, जहां के कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती विश्वविद्यालय परिसर की जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने की मांग करते हुए मौन धरने पर बैठ गए हैं.
बता दें कि 2016 में विश्व-भारती के उप-कुलपति स्वपन दत्ता ने उपासना गृह के सामने सड़क के लिए राज्य सरकार से जमीन देने की अपील की थी. आवेदन के आधार पर राज्य सरकार की ओर से विश्व-भारती को जमीन दी गई थी, लेकिन आरोप यह था कि विश्व-भारती के अधिकारियों ने इस सड़क को कुछ समय के लिए जनता द्वारा इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी थी, इसलिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बोलपुर में एक प्रशासनिक बैठक के बाद विश्व-भारती के अधिकार से सड़क वापस ले ली.
इसके अलावा कुछ दिन पहले विश्व-भारती विश्वविद्यालय में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के झंडे नजर आए थे. ममता बनर्जी की बोलपुर यात्रा के दौरान विश्व-भारती विश्वविद्यालय के परिसर में तृणमूल का झंडा लगाया गया था. इससे पहले विश्व-भारती के अंदर किसी भी राजनीतिक दल का कोई झंडा या बैनर नहीं देखा गया था.
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जिसको लेकर विश्व-भारती के कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती रोड को वापस करने की मांग करते हुए छतिमतला (Chhatimtala) में मौन विरोध प्रदर्शन पर बैठ गए हैं.