ETV Bharat / bharat

जम्मू-कश्मीर में पूर्व स्थिति बहाल करने की मांग जनभावना के विरूद्ध - जम्मू कश्मीर में पूर्व स्थिति बहाल करने की मांग जनभावना के विरूद्ध

विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने एक बयान में कहा कि राजनीतिक दलों द्वारा जम्मू कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 की पूर्व स्थिति बहाल करने की मांग न सिर्फ देश की जनभावनाओं के विरुद्ध है, बल्कि भारत के संविधान, न्याय व्यवस्था तथा संसद की अवमानना के साथ-साथ देश विरोध की भी पराकाष्ठा है.

vhp
vhp
author img

By

Published : Aug 25, 2020, 4:37 PM IST

Updated : Aug 25, 2020, 6:16 PM IST

नयी दिल्लीः विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के विरुद्ध कुछ राजनीतिक दलों द्वारा संयुक्त घोषणा पत्र जारी करने को देश की जनभावना के विरूद्ध कार्य करार दिया. इसके साथ ही विहिप ने मंगलवार को कहा कि ये दल अपने ऐसे ही कार्यों के कारण देश में पहले ही अप्रासंगिक हो चुके हैं और जनता इन्हें समुचित जवाब देगी.

विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने एक बयान में कहा कि इन राजनीतिक दलों द्वारा जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 की पूर्व स्थिति बहाल करने की मांग न सिर्फ देश की जनभावनाओं के विरुद्ध है, बल्कि भारत के संविधान, न्याय व्यवस्था तथा संसद की अवमानना के साथ-साथ देश विरोध की भी पराकाष्ठा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने छह राजनीतिक दलों के इस संयुक्त घोषणा पत्र पर अपनी सहमति व्यक्त करके अपना चरित्र एक बार फिर सार्वजनिक कर दिया है. जम्मू कश्मीर सहित सम्पूर्ण भारत की जनता ऐसे लोगों को कभी क्षमा नहीं करेगी.

उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है तथा उसके विषय में हर प्रकार का निर्णय लेने में संसद स्वतंत्र है. अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में स्थितियां सामान्य हो रही हैं, आम जन-जीवन पटरी पर आ रहा है और क्षेत्र का विकास गति पकड़ने लगा है, लेकिन यह स्थिति कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है.

उन्होंने कहा कि ऐसे दल अपने इस तरह के कार्यों के कारण देश में पहले से ही अप्रासंगिक हो चुके हैं और इन्हें देश की राष्ट्रभक्त जनता समय पर समुचित जबाव भी देगी.

यह भी पढ़ें - पुलवामा हमला : एनआईए ने 13500 पन्नों की चार्जशीट दायर की

नयी दिल्लीः विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के विरुद्ध कुछ राजनीतिक दलों द्वारा संयुक्त घोषणा पत्र जारी करने को देश की जनभावना के विरूद्ध कार्य करार दिया. इसके साथ ही विहिप ने मंगलवार को कहा कि ये दल अपने ऐसे ही कार्यों के कारण देश में पहले ही अप्रासंगिक हो चुके हैं और जनता इन्हें समुचित जवाब देगी.

विश्व हिंदू परिषद के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने एक बयान में कहा कि इन राजनीतिक दलों द्वारा जम्मू-कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 की पूर्व स्थिति बहाल करने की मांग न सिर्फ देश की जनभावनाओं के विरुद्ध है, बल्कि भारत के संविधान, न्याय व्यवस्था तथा संसद की अवमानना के साथ-साथ देश विरोध की भी पराकाष्ठा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने छह राजनीतिक दलों के इस संयुक्त घोषणा पत्र पर अपनी सहमति व्यक्त करके अपना चरित्र एक बार फिर सार्वजनिक कर दिया है. जम्मू कश्मीर सहित सम्पूर्ण भारत की जनता ऐसे लोगों को कभी क्षमा नहीं करेगी.

उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है तथा उसके विषय में हर प्रकार का निर्णय लेने में संसद स्वतंत्र है. अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में स्थितियां सामान्य हो रही हैं, आम जन-जीवन पटरी पर आ रहा है और क्षेत्र का विकास गति पकड़ने लगा है, लेकिन यह स्थिति कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है.

उन्होंने कहा कि ऐसे दल अपने इस तरह के कार्यों के कारण देश में पहले से ही अप्रासंगिक हो चुके हैं और इन्हें देश की राष्ट्रभक्त जनता समय पर समुचित जबाव भी देगी.

यह भी पढ़ें - पुलवामा हमला : एनआईए ने 13500 पन्नों की चार्जशीट दायर की

Last Updated : Aug 25, 2020, 6:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.