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आठ बार गिनीज बुक में नाम, फिर भी नहीं मिली सरकार से मदद

नई दिल्ली में अलग-अलग तरीके से टाइपिंग कर कई विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले विनोद चौधरी को समाजसेवी जितेंद्र सिंगला ने सम्मानित किया. विनोद चौधरी ने बताया कि देश का नाम रोशन करने के बावजूद सरकार की तरफ से कोई सम्मान नहीं दिया गया.

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Published : Oct 12, 2020, 12:29 PM IST

Vinod Chaudhary made the world record
विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले विनोद चौधरी

नई दिल्ली : किराड़ी विधानसभा के विनोद चौधरी ने अलग-अलग तरीके से टाइपिंग कर कई विश्व रिकॉर्ड बनाए है. विनोद चौधरी ने आठ बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा कर भारत का नाम रोशन किया है. आपने हाथ से टाइपिंग करते हुए लोगों को देखा है, पैर से टाइपिंग करते हुए भी सुना है, पर नाक से टाइपिंग करते हुए आपने किसी को ना देखा होगा ना सुना होगा. विनोद चौधरी को नाक से तीव्र गति से टाइपिंग करने में महारत हासिल है. विनोद चौधरी ने 27 अप्रैल 2018 को अलग-अलग तरह से टाइपिंग में एक ही दिन दो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम किया था. जबकि विनोद चौधरी ने पहला विश्व रिकॉर्ड 2014 में बनाया था.

सरकार की मदद की आश में विनोद चौधरी

लंदन में पीएचडी की उपाधि से सम्मानित
विनोद चौधरी बताते हैं कि 2014 से अब तक मैंने होंठों के बीच पेन पकड़ कर, माउथ स्टिक टाइपिंग, एक हाथ से टाइपिंग, एक उंगली से टाइपिंग, आंख बंद करके सबसे तेज टाइपिंग, और नाक से टाइपिंग, करके आठ बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब हासिल किया है. 2014 में नाक से सबसे तेज टाइपिंग करने के विश्व रिकॉर्ड को अब तक कोई नहीं तोड़ पाया है. हाल ही में एक उंगली से सबसे तेज गति से टाइपिंग करने के लिए विश्व रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए अपनी प्रविष्टि भेज दी है. विनोद की काबिलियत के लिए उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी लंदन में पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है. किराड़ी में रहने वाले विनोद चौधरी को जितेंद्र सिंगला द्वारा शॉल भेंट देकर मिठाई से मुंह मीठा कराते हुए 5,100 का चेक देकर सम्मानित किया.

नहीं मिला सरकार से सम्मान
विनोद चौधरी ने बताया उनको जो मान-सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिला. वह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते है. वह भारत का नाम रोशन करना चाहता था और किया भी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिलकर एक स्थाई नौकरी के लिए कहा, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आश्वासन दिया था कि आपने पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है. आप अपना बायोडाटा जमा कर दीजिए आप जैसे लोगों की जरूरत है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया. ना तो विधायक ने मान सम्मान दिया, ना पार्षद ने, आज जितेंद्र सिंगला ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए 5,100 रुपये का चेक दिया है.

पढ़ें - गौरव का क्षण : भारत के आठ समुद्री तटों को मिला ब्लू फ्लैग का दर्जा

समाजसेवी जितेंद्र सिंगला ने बताया पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन करने वाले विनोद चौधरी को और उनके जज्बे को सलाम करते हैं. सरकार को भी ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए सोचना चाहिए और इनको मान सम्मान देना चाहिए.

नई दिल्ली : किराड़ी विधानसभा के विनोद चौधरी ने अलग-अलग तरीके से टाइपिंग कर कई विश्व रिकॉर्ड बनाए है. विनोद चौधरी ने आठ बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवा कर भारत का नाम रोशन किया है. आपने हाथ से टाइपिंग करते हुए लोगों को देखा है, पैर से टाइपिंग करते हुए भी सुना है, पर नाक से टाइपिंग करते हुए आपने किसी को ना देखा होगा ना सुना होगा. विनोद चौधरी को नाक से तीव्र गति से टाइपिंग करने में महारत हासिल है. विनोद चौधरी ने 27 अप्रैल 2018 को अलग-अलग तरह से टाइपिंग में एक ही दिन दो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम किया था. जबकि विनोद चौधरी ने पहला विश्व रिकॉर्ड 2014 में बनाया था.

सरकार की मदद की आश में विनोद चौधरी

लंदन में पीएचडी की उपाधि से सम्मानित
विनोद चौधरी बताते हैं कि 2014 से अब तक मैंने होंठों के बीच पेन पकड़ कर, माउथ स्टिक टाइपिंग, एक हाथ से टाइपिंग, एक उंगली से टाइपिंग, आंख बंद करके सबसे तेज टाइपिंग, और नाक से टाइपिंग, करके आठ बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का खिताब हासिल किया है. 2014 में नाक से सबसे तेज टाइपिंग करने के विश्व रिकॉर्ड को अब तक कोई नहीं तोड़ पाया है. हाल ही में एक उंगली से सबसे तेज गति से टाइपिंग करने के लिए विश्व रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए अपनी प्रविष्टि भेज दी है. विनोद की काबिलियत के लिए उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड यूनिवर्सिटी लंदन में पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया जा चुका है. किराड़ी में रहने वाले विनोद चौधरी को जितेंद्र सिंगला द्वारा शॉल भेंट देकर मिठाई से मुंह मीठा कराते हुए 5,100 का चेक देकर सम्मानित किया.

नहीं मिला सरकार से सम्मान
विनोद चौधरी ने बताया उनको जो मान-सम्मान मिलना चाहिए वह नहीं मिला. वह एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते है. वह भारत का नाम रोशन करना चाहता था और किया भी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिलकर एक स्थाई नौकरी के लिए कहा, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आश्वासन दिया था कि आपने पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन किया है. आप अपना बायोडाटा जमा कर दीजिए आप जैसे लोगों की जरूरत है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया. ना तो विधायक ने मान सम्मान दिया, ना पार्षद ने, आज जितेंद्र सिंगला ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए 5,100 रुपये का चेक दिया है.

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समाजसेवी जितेंद्र सिंगला ने बताया पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन करने वाले विनोद चौधरी को और उनके जज्बे को सलाम करते हैं. सरकार को भी ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए सोचना चाहिए और इनको मान सम्मान देना चाहिए.

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