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उत्तर भारत में ठंड का कहर, हिमाचल में जम गए नल - cold wave grips north india

उत्तर भारत में ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही है. उंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के कारण निचले इलाकों में हड्डी कंपाने वाली ठंड पड़ रही है. इसी बीच हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में लोगों को ठंड की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. एक ओर शून्य से नीचे चल रहे तापमान से लोगों का हाल बेहाल होता जा रहा है, तो दूसरी ओर लोगों को बर्फ पिघलाकर पानी पीना पड़ रहा है.

cold in north india
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Published : Jan 9, 2020, 12:31 PM IST

नई दिल्ली : उंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के कारण पूरे उत्तर भारत में ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही. एक तरफ जहां पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है तो वहीं मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है और कुछ जगहों से ओलावृष्टि की भी खबरें आ रही हैं.

बारिश के कारण मैदानी इलाकों में गलन बढ़ गई है, जिससे सामान्य जन जीवन प्रभावित है. मैदानी इलाकों में हुई ओलावृष्टि से फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है.

वहीं, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बर्फबारी ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. जिले का तापमान शून्य से नीचे चल रहा है, जिससे पीने का पानी भी जम गया है. कड़ाके की ठंड के चलते किन्नौर के अधिकतर इलाकों में पीने के पानी की किल्लत है.

ईटीवी भारत रिपोर्ट

बता दें कि लगातार बर्फबारी के बाद जिले में पानी के नल जम गए हैं. ऐसे में लोग बर्फ को पिघलाकर पानी पीने के लिए मजबूर हैं. किन्नौर के रिकांगपिओ समेत कई पंचायतों में इन दिनों लोग पीने की पानी की समस्या के चलते कई किलोमीटर पैदल चलकर प्राकृतिक जलस्रोत से पानी भर कर ला रहे हैं.

ये भी पढ़ें: मछली पालन की इस नई तकनीक से बढ़ा मुनाफा, दूर दराज के राज्यों में भी हो रही है चर्चा

नल जमने से होटल व्यवसायियों समेत ग्रामीण इलाकों में लोगों को करीब एक सप्ताह से बिना पानी के कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसमें इन पैदल मार्गों पर फिसलने का भी खतरा बना रहता है.

नई दिल्ली : उंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के कारण पूरे उत्तर भारत में ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही. एक तरफ जहां पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है तो वहीं मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है और कुछ जगहों से ओलावृष्टि की भी खबरें आ रही हैं.

बारिश के कारण मैदानी इलाकों में गलन बढ़ गई है, जिससे सामान्य जन जीवन प्रभावित है. मैदानी इलाकों में हुई ओलावृष्टि से फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है.

वहीं, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बर्फबारी ने लोगों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. जिले का तापमान शून्य से नीचे चल रहा है, जिससे पीने का पानी भी जम गया है. कड़ाके की ठंड के चलते किन्नौर के अधिकतर इलाकों में पीने के पानी की किल्लत है.

ईटीवी भारत रिपोर्ट

बता दें कि लगातार बर्फबारी के बाद जिले में पानी के नल जम गए हैं. ऐसे में लोग बर्फ को पिघलाकर पानी पीने के लिए मजबूर हैं. किन्नौर के रिकांगपिओ समेत कई पंचायतों में इन दिनों लोग पीने की पानी की समस्या के चलते कई किलोमीटर पैदल चलकर प्राकृतिक जलस्रोत से पानी भर कर ला रहे हैं.

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नल जमने से होटल व्यवसायियों समेत ग्रामीण इलाकों में लोगों को करीब एक सप्ताह से बिना पानी के कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसमें इन पैदल मार्गों पर फिसलने का भी खतरा बना रहता है.

Intro:किन्नौर न्यूज़।

किन्नौर में पीने के पानी को त्राहि त्राहि,लोग बर्फभारी में दूरदराज इलाको से भर रहे पानी।


किन्नौर-जनजातीय जिला किंन्नौर में बर्फभारी के चलते पीने के पानी की त्राहि त्राहि मची हुई है लगातार बर्फभारी के बाद जिला में पानी के नल झम गए है ऐसे में लोग बर्फ़ को पिघलाकर पानी पी रहे है।



Body:बताते चले कि जिला के रिकांगपिओ समेत कई पंचायतों में इन दिनों लोग पीने की पानी की समस्या के चलते कई किलोमीटर पैदल चलकर प्राकृतिक जलस्त्रोत से पानी भर कर ले रहे है जिसमे इन पैदल मार्गो पर फिसलने का भी खतरा बना हुआ है।




Conclusion:जिला में करीब चार दिन से पीने के पानी के नल झमने से होटल व्यवसायियो समेत ग्रामीण इलाकों में लोगो को करीब एक एक सप्ताह बिना पानी के कई दिक्कतो का सामना करना पड़ता है।

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