इंदौर: पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा और राजनीतिक घमासान के बीच निर्वाचन आयोग की टीम आज राज्य के दौरे पर है, जो केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट भेजेगी. बीजेपी ने राजनीतिक हिंसा और कानून व्यवस्था को लेकर राज्यपाल की रिपोर्ट के बाद बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की संभावना व्यक्त की है.
इंदौर में पश्चिम बंगाल के प्रभारी और बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि ममता सरकार का भविष्य अब भारत निर्वाचन आयोग और कानून व्यवस्था पर राज्यपाल की रिपोर्ट पर टिका हुआ है.
ईटीवी भारत से विशेष चर्चा में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा पर रोक लगनी चाहिए, वहां आगामी विधानसभा चुनाव के लेकर पार्टी ने राज्यपाल और भारत निर्वाचन आयोग से निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है. उन्होंने बताया कि राज्यपाल के स्तर पर भी पश्चिम बंगाल को लेकर एक पृथक रिपोर्ट तैयार कर राष्ट्रपति को भेजी जा रही है.
कैलाश विजयवर्गीय ने ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार के रहते टीएमसी के कार्यकर्ता हमले करते हैं. ममता बनर्जी को फिर यह तमाम हमले नौटंकी नजर आते हैं. यह पूरा घटनाक्रम सभी के सामने आ चुका है और पूरे मामले में ममता सरकार जिम्मेदार है. इसका जवाब चुनाव में वहां की जनता देगी.
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वहीं निर्वाचन आयोग भी पश्चिम बंगाल के हालातों पर अपना अभिमत देगा. ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग पहले से कर रही है. उन्होंने कहा निर्वाचन आयोग और राज्यपाल की रिपोर्ट पर सभी को फैसले का इंतजार है.
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बंगाल में बीजेपी और टीएमसी के बीच जारी राजनीतिक वर्चस्व के बीच कांग्रेस और वामदलों की स्थिति पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वे दोनों पार्टियां अपना अस्तित्व तलाश रही हैं.