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नागरिकता छीनने नहीं, देने का कानून है सीएए : विहिप - राम मंदिर निर्माण

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है. इस बीच विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि इस कानून के खिलाफ कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं. पूरी खबर देखे...

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आलोक कुमार
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Published : Jan 19, 2020, 6:36 PM IST

Updated : Jan 19, 2020, 7:30 PM IST

नई दिल्ली : विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मामले में कुछ लोगों द्वारा देशभर में भ्रम फैलाया जा रहा है, जबकि हकीकत बिल्कुल अलग है. इस कानून में किसी की नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान है ही नहीं.

देश के बड़े हिस्से में सीएए के खिलाफ लगातार हो रहे प्रदर्शनों और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण मामले पर आलोक कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बेबाकी से अपने विचार रखे.

विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार से ईटीवी भारत की बातचीत.

अखिल भारतीय संत समिति द्वारा रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आयोजित धन्यवाद सभा में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे आलोक कुमार ने कहा, 'शाहीन बाग और देश में अन्य जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जो विरोध प्रदर्शन हो रहा है, उसकी सच्चाई अब लोगों के सामने आने लगी है और इससे संबधित कई प्रकार के वीडियो वायरल भी हो रहे हैं.'

आलोक कुमार ने बताया कि पूरे देश में यह भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है कि इस कानून के जरिये एक विशेष समुदाय के लोगों की नागरिकता छीन ली जाएगी, यानी यह देश के लोगों के नागरिकता छीनने वाला कानून है, जबकि इस कानून में ऐसा कोई प्रावधान है ही नहीं, जो किसी की नागरिकता समाप्त कर सके.

सीएए के प्रावधानों की चर्चा करते हुए विहिप नेता ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देने का कानून है और इससे किसी भी भारतीय की नागरिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.

आलोक कुमार ने दावा किया कि आज देश का संत समाज भी नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में सरकार के साथ खड़ा हो गया है और हम देशभर में जाकर लोगों को इसके पक्ष में जागरूक करेंगे.

पढ़ें : CAA के समर्थन में उतरी संत समिति, आमजन को साधु-संत बताएंगे कानून की खूबियां

वही दूसरी तरफ राम मंदिर निर्माण के सवाल पर आलोक कुमार ने कहा कि समिति का गठन जल्द से जल्द हो जाना चाहिए और विश्व हिन्दू परिषद की मांग है कि नवरात्र में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाना चाहिए.

इस बीच उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार को संतों के मार्गदर्शक मंडल की बैठक होने वाली है, जिसमें आलोक कुमार भी मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक मार्गदर्शक मंडल की बैठक में ही राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के गठन पर चर्चा हो सकती है और सरकार को सुझाव भी भेजा जा सकता है.

पढे़ं : पिछले छह वर्षों में 2838 पाक शरणार्थियों को दी गई भारतीय नागरिकता : निर्मला

इस बाबत पूछे जाने पर आलोक कुमार ने कहा कि संतों ने मार्गदर्शक मंडल की बैठक बुलाई है और जैसा उनका आदेश होगा, विश्व हिन्दू परिषद संतों के आदेश का पालन करेगी. लेकिन इतना सुनिश्चित है कि मंदिर निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू हो जाएगा.

नई दिल्ली : विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के मामले में कुछ लोगों द्वारा देशभर में भ्रम फैलाया जा रहा है, जबकि हकीकत बिल्कुल अलग है. इस कानून में किसी की नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान है ही नहीं.

देश के बड़े हिस्से में सीएए के खिलाफ लगातार हो रहे प्रदर्शनों और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण मामले पर आलोक कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बेबाकी से अपने विचार रखे.

विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार से ईटीवी भारत की बातचीत.

अखिल भारतीय संत समिति द्वारा रविवार को नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आयोजित धन्यवाद सभा में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे आलोक कुमार ने कहा, 'शाहीन बाग और देश में अन्य जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जो विरोध प्रदर्शन हो रहा है, उसकी सच्चाई अब लोगों के सामने आने लगी है और इससे संबधित कई प्रकार के वीडियो वायरल भी हो रहे हैं.'

आलोक कुमार ने बताया कि पूरे देश में यह भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है कि इस कानून के जरिये एक विशेष समुदाय के लोगों की नागरिकता छीन ली जाएगी, यानी यह देश के लोगों के नागरिकता छीनने वाला कानून है, जबकि इस कानून में ऐसा कोई प्रावधान है ही नहीं, जो किसी की नागरिकता समाप्त कर सके.

सीएए के प्रावधानों की चर्चा करते हुए विहिप नेता ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देने का कानून है और इससे किसी भी भारतीय की नागरिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.

आलोक कुमार ने दावा किया कि आज देश का संत समाज भी नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में सरकार के साथ खड़ा हो गया है और हम देशभर में जाकर लोगों को इसके पक्ष में जागरूक करेंगे.

पढ़ें : CAA के समर्थन में उतरी संत समिति, आमजन को साधु-संत बताएंगे कानून की खूबियां

वही दूसरी तरफ राम मंदिर निर्माण के सवाल पर आलोक कुमार ने कहा कि समिति का गठन जल्द से जल्द हो जाना चाहिए और विश्व हिन्दू परिषद की मांग है कि नवरात्र में राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो जाना चाहिए.

इस बीच उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार को संतों के मार्गदर्शक मंडल की बैठक होने वाली है, जिसमें आलोक कुमार भी मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक मार्गदर्शक मंडल की बैठक में ही राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के गठन पर चर्चा हो सकती है और सरकार को सुझाव भी भेजा जा सकता है.

पढे़ं : पिछले छह वर्षों में 2838 पाक शरणार्थियों को दी गई भारतीय नागरिकता : निर्मला

इस बाबत पूछे जाने पर आलोक कुमार ने कहा कि संतों ने मार्गदर्शक मंडल की बैठक बुलाई है और जैसा उनका आदेश होगा, विश्व हिन्दू परिषद संतों के आदेश का पालन करेगी. लेकिन इतना सुनिश्चित है कि मंदिर निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू हो जाएगा.

Intro:नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है।
रविवार को अखिल भारतीय संत समिति द्वारा आयोजित नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में धन्यवाद सभा में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है की शाहीन बाग और अन्य जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जो विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं उनकी सच्चाई अब सामने आने लगी है। और कई इस तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें उन विरोध प्रदर्शनों की हकीकत लोगों के सामने आ रही है। आलोक कुमार ने कहा है कि पूरे देश में यह भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है किसी किसी की नागरिकता छीनने का कानून है जबकि इस कानून में ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है। नागरिकता संशोधन कानून पाकिस्तान अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देने का कानून है। और इससे किसी भी भारतीय के नागरिकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। आज देश का संत समाज भी नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में सरकार के साथ खड़ा हो गया है और हम देशभर में जाकर लोगों को इसके पक्ष में जागरूक करेंगे।


Body:वही राम मंदिर निर्माण के सवाल पर आलोक कुमार ने कहा है कि समिति का गठन जल्द से जल्द हो जाना चाहिए और विश्व हिंदू परिषद की मांग है कि नवरात्रों में राम मंदिर का निर्माण का कार्य शुरू हो जाना चाहिए। सोमवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संतो के मार्गदर्शक मंडल की बैठक है जिसमें विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार भी मौजूद रहेंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि मार्गदर्शक मंडल की बैठक में ही राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के गठन पर चर्चा हो सकती है और सरकार को सुझाव भी भेजे जा सकते हैं। इस बाबत पूछे जाने पर आलोक कुमार ने कहा कि संतों ने मार्गदर्शक मंडल की बैठक बुलाई है और जैसा उनका आदेश होगा विश्व हिंदू परिषद संतों के आदेश का पालन करेगा लेकिन इतना सुनिश्चित है कि मंदिर निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू हो जाएगा।


Conclusion:सूत्रों की माने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट का गठन इसी महीने हो सकता है और फरवरी से पहले इसकी घोषणा भी हो जाएगी।
Last Updated : Jan 19, 2020, 7:30 PM IST
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