नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद ने नागरिकता संशोधन के समर्थन में दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया.
इस कार्यक्रम में विहिप ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हुए शरणार्थियों का स्वागत किया.
कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष समेत कई बड़े अधिकारी मौजूद रहे. साथ ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आर एस एस) के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे.
इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने CAA का विरोध करने वालों पर कटाक्ष करते हुए पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे की घटना का जिक्र किया.
आलोक कुमार ने कहा कि प्रदर्शन में जो मारे गए, प्रियंका गांधी वाड्रा उनके घर गई, लेकिन क्या कभी वह शरणार्थियों के घर भी गई हैं?
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वहीं केंद्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने पाकिस्तान बांग्लादेश अफगानिस्तान से आए हिंदू सिख जैन ईसाई और बौद्ध शरणार्थियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अब आपके दुख के बादल छंट गए हैं और अब आप इस देश में सर ऊंचा करके रह सकते हैं.
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि यह अधिनियम किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं छीन रहा है. लोकतंत्र में शांतिपूर्ण प्रदर्शन और विरोध का अधिकार सबको है लेकिन भारत की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा.
कांग्रेस पार्टी की सरकारों के दौरान अलग-अलग देश के शरणार्थियों को देश में शरण देने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यही काम जब कांग्रेस की सरकार करने की बात कर रही थी तो सब कुछ ठीक था, लेकिन आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे करके दिखा रहे हैं तो उन्हें दिक्कत हो रही है.