ETV Bharat / bharat

विहिप की अपील- देश विरोधी व हिन्दू द्रोही कृत्यों पर कड़ी कार्रवाई करें सरकारें - सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट

AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता वारिस पठान के बयान से उपजा विवाद बढ़ता जा रहा है. अब विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने पठान के बयान की कड़ी निंदा की है. जानें क्या कुछ कहा उन्होंने...

etvbharat
डॉ सुरेंद्र जैन
author img

By

Published : Feb 22, 2020, 5:11 PM IST

Updated : Mar 2, 2020, 4:55 AM IST

नई दिल्ली : असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता वारिस पठान ने कहा था कि 15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ हिन्दुओं पर भारी पड़ेंगे. उनके इस बयान से उपजा विवाद बढ़ता जा रहा है. अब विश्व हिन्दू परिषद ने ओवैसी और वारिस पठान पर पलटवार किया है. विहिप के केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि इस तरह के बयान व नारे नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करते समय कई अन्य स्थानों पर भी लगाए गए हैं.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने वारिस पठान के बयान की कड़ी निंदा की है और कहा है कि इस दिशा में सोचने का भी दुस्साहस ना करें. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों से भी अधिक निंदनीय मुस्लिम नेताओं की चुप्पी है. ओवैसी सहित किसी भी स्थापित मुस्लिम नेता या सेकुलर बिरादरी ने इस बयान की भर्त्सना नहीं की. हर छोटी छोटी बात पर बड़े-बड़े वक्तव्य देने वाले इन लोगों की इस विषय पर चुप्पी भी अनेक प्रश्न खड़े कर रही है.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने पठान के बयान की कड़ी निंदा की

नागरिकता संशोधन अधिनियम पारित होते ही देश में अनेक स्थानों पर हुए हिंसक उपद्रव पर भी ये नेता चुप थे, लेकिन अगर किसी स्थान पर राष्ट्रीय सम्पत्ति व जनता के जानमाल की सुरक्षा के लिए वहां की सरकार ने कोई कार्रवाई की तो सभी ने आसमान पर सिर उठा लिया और नफरत भरी हिंसा को उचित ठहराने का काम किया. मुस्लिम नेताओं और सेकुलर बिरादरी का यह दोहरा चरित्र है, विरोध के नाम पर की गई व्यापक हिंसा व विषैले नारों तथा भाषणों से देश का ध्यान हटाने का यह कुटिल प्रयास है.

पढ़ें : VHP का 2020 संकल्प : राम मंदिर निर्माण, जाति प्रथा का खात्मा

सुरेंद्र जैन ने कहा कि सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरोध के बहाने आज 1947 को दोहराने का षड्यंत्र चल रहा है. 1947 में मुस्लिम लीग सीधी कार्रवाई की धमकी दे रही थी. मुस्लिम समाज का एक बड़ा वर्ग उसी धमकी को लागू कर रहा था और वामपंथी उनका समर्थन कर रहे थे. आज समस्त सेकुलर बिरादरी उस समय के वामपंथियों की भूमिका निभा रही है.

डॉ. जैन ने कहा कि लोकप्रिय केंद्र सरकार को अस्थिर करने के लिए देश को दंगों की आग में झोंकने के असफल प्रयास के बाद अब वे शाहीनबाग जैसे प्रयोग करके देश में अराजकता का निर्माण करना चाहते हैं. मुस्लिम समाज को सड़कों पर उतार कर वे सूत्रधार की तरह उनके मन में देश के प्रति घृणा निर्माण कर रहे हैं.

सुरेंद्र जैन ने कहा कि ओवैसी की सभा में भी जिस तरह जिहादियों की भीड़ ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे दोहराए थे, उससे भी मानसिकता स्पष्ट हो जाती है. इन सब लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि आज का भारत 1947 वाला भारत नहीं है. यह हर राष्ट्र विरोधी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है. विहिप सभी राज्य सरकारों व केंद्र सरकार से अपील करती है कि वे इस प्रकार के नारे लगाने वालों तथा भाषण करने वालों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर इस मानसिकता को अविलंब रोकें.

नई दिल्ली : असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता वारिस पठान ने कहा था कि 15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ हिन्दुओं पर भारी पड़ेंगे. उनके इस बयान से उपजा विवाद बढ़ता जा रहा है. अब विश्व हिन्दू परिषद ने ओवैसी और वारिस पठान पर पलटवार किया है. विहिप के केंद्रीय संयुक्त महासचिव डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि इस तरह के बयान व नारे नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करते समय कई अन्य स्थानों पर भी लगाए गए हैं.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने वारिस पठान के बयान की कड़ी निंदा की है और कहा है कि इस दिशा में सोचने का भी दुस्साहस ना करें. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों से भी अधिक निंदनीय मुस्लिम नेताओं की चुप्पी है. ओवैसी सहित किसी भी स्थापित मुस्लिम नेता या सेकुलर बिरादरी ने इस बयान की भर्त्सना नहीं की. हर छोटी छोटी बात पर बड़े-बड़े वक्तव्य देने वाले इन लोगों की इस विषय पर चुप्पी भी अनेक प्रश्न खड़े कर रही है.

डॉ. सुरेंद्र जैन ने पठान के बयान की कड़ी निंदा की

नागरिकता संशोधन अधिनियम पारित होते ही देश में अनेक स्थानों पर हुए हिंसक उपद्रव पर भी ये नेता चुप थे, लेकिन अगर किसी स्थान पर राष्ट्रीय सम्पत्ति व जनता के जानमाल की सुरक्षा के लिए वहां की सरकार ने कोई कार्रवाई की तो सभी ने आसमान पर सिर उठा लिया और नफरत भरी हिंसा को उचित ठहराने का काम किया. मुस्लिम नेताओं और सेकुलर बिरादरी का यह दोहरा चरित्र है, विरोध के नाम पर की गई व्यापक हिंसा व विषैले नारों तथा भाषणों से देश का ध्यान हटाने का यह कुटिल प्रयास है.

पढ़ें : VHP का 2020 संकल्प : राम मंदिर निर्माण, जाति प्रथा का खात्मा

सुरेंद्र जैन ने कहा कि सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) के विरोध के बहाने आज 1947 को दोहराने का षड्यंत्र चल रहा है. 1947 में मुस्लिम लीग सीधी कार्रवाई की धमकी दे रही थी. मुस्लिम समाज का एक बड़ा वर्ग उसी धमकी को लागू कर रहा था और वामपंथी उनका समर्थन कर रहे थे. आज समस्त सेकुलर बिरादरी उस समय के वामपंथियों की भूमिका निभा रही है.

डॉ. जैन ने कहा कि लोकप्रिय केंद्र सरकार को अस्थिर करने के लिए देश को दंगों की आग में झोंकने के असफल प्रयास के बाद अब वे शाहीनबाग जैसे प्रयोग करके देश में अराजकता का निर्माण करना चाहते हैं. मुस्लिम समाज को सड़कों पर उतार कर वे सूत्रधार की तरह उनके मन में देश के प्रति घृणा निर्माण कर रहे हैं.

सुरेंद्र जैन ने कहा कि ओवैसी की सभा में भी जिस तरह जिहादियों की भीड़ ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे दोहराए थे, उससे भी मानसिकता स्पष्ट हो जाती है. इन सब लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि आज का भारत 1947 वाला भारत नहीं है. यह हर राष्ट्र विरोधी चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है. विहिप सभी राज्य सरकारों व केंद्र सरकार से अपील करती है कि वे इस प्रकार के नारे लगाने वालों तथा भाषण करने वालों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर इस मानसिकता को अविलंब रोकें.

Last Updated : Mar 2, 2020, 4:55 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.