बेंगलुरू: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कहा है कि कर्नाटक में राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार या उसमें फेरबदल से सत्तारूढ़ जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार को समस्याओं को दूर करने में मदद नहीं मिलेगी.
उन्होंने सुझाव दिया कि लोकसभा चुनाव में जद (एस) और कांग्रेस गठबंधन की विफलता के कारणों का पता लगाने के बाद ही मंत्रिमंडल में विस्तार या फेरबदल किया जा सकता है.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मोइली ने कहा, 'मेरा मानना है कि मंत्रिमंडल में तत्काल विस्तार या फेरबदल से मदद नहीं मिलने जा रही है. यह गठबंधन सरकार की संभावनाओं को बाधित कर सकता है.'
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उनका यह बयान गठबंधन सरकार को बचाने के प्रयास में मंत्रिमंडल में विस्तार या फेरबदल की खबरों पर प्रतिक्रिया के रूप में सामने आया है.
मोइली ने कहा कि इस बात का सवाल ही नहीं उठता कि कांग्रेस जद (एस) से समर्थन वापस ले रही है.
उन्होंने कहा, 'हम नहीं चाहते कि यहां भाजपा की सरकार बने ... मुझे लगता है, हमें इस सरकार को बचाना चाहिए और भाजपा और सांप्रदायिक ताकतों को दूर रखना चाहिए, जो कि समय की जरूरत है क्योंकि कर्नाटक हमेशा धर्मनिरपेक्ष रहा है.'