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उस्ताद बिस्मिल्ला खान का जर्जर घर गिराने पर परिवार में विवाद

भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खान का वाराणसी के बनियाबाग स्थित घर जर्जर हो गया है. परिवार ने नए सिरे से घर का निर्माण करने का फैसला किया है, इसलिए घर को तोड़ा जा रहा है. जिसे लेकर परिवार के बीच विवाद हो गया है.

ustad bismillah khan
उस्ताद बिस्मिल्ला खान
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Published : Aug 18, 2020, 9:51 PM IST

वाराणसी : भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खान का घर बनियाबाग क्षेत्र में है जो अब जर्जर हो गया है. जिस कमरे में उस्ताद बिस्मिल्ला खान शहनाई बजाने का अभ्यास करते थे उसे नए सिरे से बनाने के लिए गिराया जा रहा है. जिसे लेकर परिवार के बीच विवाद हो गया है.

उस्ताद बिस्मिल्ला खान के बड़े पोते सिब्तैन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि जिस कमरे में उनके दादा शहनाई बजाते थे वह जर्जर हो गया है, यही वजह है कि नया घर बनाने के इरादे से उसे तोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि खानदान की तरफ से उस जमीन पर एक म्यूजियम बनाने का इरादा है ताकि उनकी निशानियां बची रहें.

उन्होंने कहा कि इस दौरान छोटे भाई के विरोध की वजह से पारिवारिक विवाद हो गया है. लेकिन उम्मीद की जा रहा है कि जल्द ही उसे समझा लिया जाएगा.

पोते सिब्तैन ने ईटीवी भारत से की बात.

सिब्तैन ने बताया कि यह घर बहुत पुराना है. इसमें रहना खतरे से खाली नहीं है. घर में बच्चे-बुजुर्ग सभी रहते हैं और हमेशा खतरा बना रहता है. इसी वजह से घर का नए सिरे से निर्माण करने का फैसला किया गया है.

यह भी पढ़ें- 45 दिनों में जीती कोरोना से जंग, डॉक्टरों का किया धन्यवाद

उन्होंने बताया कि उस्ताद बिस्मिल्ला खान का घर खंडहर में तब्दील हो गया है, लेकिन उनकी नस्लें उनकी पहचान को जिंदा रखे हुए हैं और बड़े-बुजुर्ग और बच्चे सभी शहनाई बजाना सीख रहे हैं.

वाराणसी : भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खान का घर बनियाबाग क्षेत्र में है जो अब जर्जर हो गया है. जिस कमरे में उस्ताद बिस्मिल्ला खान शहनाई बजाने का अभ्यास करते थे उसे नए सिरे से बनाने के लिए गिराया जा रहा है. जिसे लेकर परिवार के बीच विवाद हो गया है.

उस्ताद बिस्मिल्ला खान के बड़े पोते सिब्तैन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि जिस कमरे में उनके दादा शहनाई बजाते थे वह जर्जर हो गया है, यही वजह है कि नया घर बनाने के इरादे से उसे तोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि खानदान की तरफ से उस जमीन पर एक म्यूजियम बनाने का इरादा है ताकि उनकी निशानियां बची रहें.

उन्होंने कहा कि इस दौरान छोटे भाई के विरोध की वजह से पारिवारिक विवाद हो गया है. लेकिन उम्मीद की जा रहा है कि जल्द ही उसे समझा लिया जाएगा.

पोते सिब्तैन ने ईटीवी भारत से की बात.

सिब्तैन ने बताया कि यह घर बहुत पुराना है. इसमें रहना खतरे से खाली नहीं है. घर में बच्चे-बुजुर्ग सभी रहते हैं और हमेशा खतरा बना रहता है. इसी वजह से घर का नए सिरे से निर्माण करने का फैसला किया गया है.

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उन्होंने बताया कि उस्ताद बिस्मिल्ला खान का घर खंडहर में तब्दील हो गया है, लेकिन उनकी नस्लें उनकी पहचान को जिंदा रखे हुए हैं और बड़े-बुजुर्ग और बच्चे सभी शहनाई बजाना सीख रहे हैं.

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