वाशिंगटन : भारत और अमेरिका के बीच हुई 'टू प्लस टू' वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी और वैश्विक साझेदारी की पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए दोनों देश मिलकर काम करेंगे जो स्वतंत्रता, न्याय, मानवाधिकार और कानून के राज के लिए प्रतिबद्धता के मूल्यों को साझा करते हैं.
संयुक्त बयान में दोनों देशों ने स्वतंत्र, खुली, समावेशी, शांतिपूर्ण और संपन्न भारतीय-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्धता दोहराई तथा चारों नेताओं ने पुष्टि की कि वृहत्तर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका-भारत के बीच सहयोग सुरक्षा एवं खुशहाली का साधन बनेगा.
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ दूसरी टू प्लस टू बैठक की मेजबानी वाशिंगटन डीसी में की.
इसे भी पढ़ें- CAA पर बहस : अमेरिका ने की मोदी सरकार की तारीफ
संयुक्त बयान में कहा गया, 'चारों मंत्रियों ने भारत और अमेरिका के बीच बढ़ रही साझेदारी का आपसी विश्वास, मित्रता, लोकतांत्रिक मूल्यों, लोगों के बीच संपर्क और अपने नागरिकों की खुशहाली की प्रतिबद्धता के आधार पर सकारात्मक रूप से मूल्यांकन किया.'
अमेरिका ने दोनों देशों के बीच राजनीतिक स्तर पर मजबूत सहयोग का स्वागत करते हुए दोहराया कि वह संयुक्त सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता और परमाणु आपूर्ति समूह में यथाशीघ्र भारत के प्रवेश का समर्थन करता है.