देहरादून : चमोली में आई भीषण आपदा को आज चौथा दिन है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के जवानों की रिसर्च और रेस्क्यू का काम युद्धस्तर पर जारी है, तो वहीं शोधकर्ताओं द्वारा लगातार इस घटना के पीछे के कारणों का सटीक आकलन किया जा रहा है. सैटेलाइट इमेज लेने वाली प्लैनेट लैब्स ने चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद की तस्वीर साझा की है. इनमें नजर आ रहा है कि कैसे पहाड़ का बर्फीला सफेद हिस्सा गिरते ही उसकी जगह गहरे रंग की जमीन दिखाई देने लगी.
हादसे के वक्त घटनास्थल के ऊपर से गुजर रही प्लैनेट लैब्स के सैटेलाइट ने हादसे की लाइव तस्वीरें खींची है, जिसे कंपनी ने ट्विटर पर शेयर किया है. इसके साथ ही इस संस्था ने घटना की 3D इमेज भी बनाई है.
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Two images of Uttarakhand captured yesterday, February 7, by Dove satellites just 27 minutes apart. https://t.co/DIL9GXyhJz pic.twitter.com/C2B34eAJ7I
— Planet (@planetlabs) February 8, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Planet (@planetlabs) February 8, 2021
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चमोली के सुदूर रैणी गांव के ऊपर पहाड़ियों पर आए जलजले के पीछे क्या वजह थी, इसको लेकर लगातार शोध संस्थान अपने-अपने स्तर से जांच कर रहे हैं, जिसमें वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन ने अपनी एक जांच टीम घटनास्थल पर भेजी है. वहीं, उत्तराखंड सरकार की तरफ से भी जल्द ही इस संबंध में एक कमेटी गठित की जाएगी.