मुंबई : अभिनेत्री से नेता बनीं उर्मिला मातोंडकर ने रविवार को कहा कि उन्होंने 'कड़ी मेहनत से कमाए अपने पैसों' से एक नया कार्यालय खरीदा है. मातोंडकर ने यह बात कंगना रनौत द्वारा उन पर इस खरीद को लेकर निशाना साधने और इसे उनके (मातोंडकर) शिवसेना में शामिल होने से जोड़ने के बाद कही.
मातोंडकर ने 2019 में उत्तरी मुंबई निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा था. वह एक दिसंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो गई थीं.
रनौत ने ट्विटर का इस्तेमाल करते हुए एक रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें दावा किया गया था कि मातोंडकर ने 'शिवसेना में शामिल होने के कुछ सप्ताह बाद' तीन करोड़ रुपये से अधिक में कार्यालय खरीदा.
फिल्म 'क्वीन' की अभिनेत्री रनौत ने दावा किया कि राज्य की गठबंधन सरकार में शिवसेना की सहयोगी कांग्रेस उनके घर को ध्वस्त करने की कोशिश कर रही है. रनौत ने साथ ही मातोंडकर पर तंज कसते हुए कहा कि वह बहुत ही 'स्मार्ट' है, क्योंकि उन्होंने अपने पूर्व राजनीतिक दल के साथ अच्छे संबंध बनाए रखे हैं.
33 वर्षीय अभिनेत्री रनौत ने कहा, 'प्रिय उर्मिला मातोंडकर जी, जो घर मैंने अपनी गाढ़ी कमाई से बनाया है, उन्हें कांग्रेस द्वारा ध्वस्त किया जा रहा है... मेरे खिलाफ केवल 25-30 कानूनी मामले हैं.'
उन्होंने ट्वीट किया, 'काश, मैं भी आपकी तरह स्मार्ट होती और कांग्रेस को खुश रखती. मैं कितनी बेवकूफ हूं, नहीं?'
मातोंडकर ने रनौत को टैग करते हुए ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया और उन्हें एक मुलाकात का इंतजाम करने को कहा, जहां वह प्रमाण के लिए सभी दस्तावेजों के साथ मौजूद होंगी.
उन्होंने वीडियो में कहा, 'इसका प्रमाण है कि कैसे मैंने 2011 में लगभग 25-30 वर्षों तक काम करने के बाद अपनी मेहनत के पैसे से फ्लैट खरीदा था. दस्तावेज़ में मार्च के पहले सप्ताह में फ्लैट की बिक्री के कागजात हैं.'
उन्होंने वीडियो में कहा, 'इसमें इसके भी कागजात हैं कि कैसे मैंने उस पैसे से कार्यालय खरीदा जो मैंने अपनी मेहनत से कमाए थे. मैंने जो फ्लैट खरीदा था, वह राजनीति में आने से काफी पहले लिया था.'
46 वर्षीय मातोंडकर ने रनौत को करोड़ों करदाताओं के पैसे से 'वाई-प्लस श्रेणी' की सुरक्षा दिए जाने को लेकर भी निशाना साधा.
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रनौत को सितंबर 2020 में उनकी उस टिप्पणी को लेकर विवाद के बीच गृह मंत्रालय द्वारा वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी कि वह मुंबई पुलिस से डरती हैं.
साथ ही मातोंडकर ने रनौत से उद्योग के उन लोगों की एक सूची भी पेश करने के लिए कहा, जिनके बारे में उनका दावा था कि वे मादक पदार्थ मामले में शामिल हैं.