नई दिल्ली : केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने कहा है कि आज उद्योग ऐसी नई वीडियो प्रौद्योगिकियों को अपना रहे हैं, जो लगातार सीमाओं के परे जा रही हैं और नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है.
रामविलास पासवान सोमवार को यहां 60वें विश्व मानक दिवस के अवसर पर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की ओर से आयोजित 'वीडियो मानक वैश्विक मंच का निर्माण करते हैं' विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे.
पासवान ने उद्योगों के तकनीकी विकास और प्रगति को सुगम बनाने की दिशा में मानकों के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि भारत को डिजिटल रूप से सशक्त अर्थव्यवस्था में रूपांतरित करने हेतु डिजिटल इंडिया जैसी सरकारी पहलों को बढ़ावा देकर भारत डिजिटल तकनीकों को तेजी से अपना रहा है.
पासवान ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईओटी (Internet of Things), ब्लॉक चेन, स्मार्ट सिटी और स्मार्ट विनिर्माण के लिए बनाई गई विभिन्न तकनीकी समितियों के माध्यम से उभरती प्रौद्योगिकियों की मानकीकरण गतिविधियों में बीआईएस द्वारा की गई विभिन्न पहलों के बारे में सभा को जानकारी प्रदान की.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विभिन्न उद्योगों में शहरों में निगरानी कैमरा तथा एआर/वीआर पद्धतियों जैसे वीडियो मानक आधारित स्रोतों से ऐसी भारी मात्रा में वीडियो स्ट्रीमिंग डाटा स्थानांतरित किये जाते हैं, जो स्मार्ट सिटी तथा स्मार्ट विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
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पासवान ने कहा कि भौतिकता के आधुनिक दौर में उपभोक्ताओं को सही और प्रमाणिक गुणवत्तापूर्ण सामग्री, उत्पाद अथवा सेवा सुनिश्चित हो, इसके लिए मानकीकरण आवश्यक है. उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो देश की शीर्ष प्रमाणन संस्था है, जिसने वस्तुओं, प्रक्रियाओं, प्रणालियों, सेवाओं के विश्व स्तरीय मानकीकरण-प्रमाणन के दिशा में उल्लेखनीय काम किए हैं.
संगोष्ठी में उपस्थित उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव अविनाश श्रीवास्तव ने कहा कि वीडियो अभिव्यक्ति का आधुनिक माध्यम है. बीआईएस वीडियो मानकों के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानकीकरण कार्य में सक्रिय रूप से संलग्न है. वह तकनीकी समिति आईएसओ (International Organization for Standardization), आईईसी (International Electrotechnical Commission), कोडिंग ऑफ ऑडियो, पिक्चर, मल्टीमीडिया और हाइपरमीडिया सूचना के माध्यम से करता है, जो वीडियो कम्प्रेशन के मानक बनाने के लिए उत्तरदायी है.
बता दें विश्वभर में 1970 से विश्व मानक दिवस अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है.