नई दिल्ली : जलियांवाला बाग घटना के सौ साल पूरे होने पर गुरुवार को केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने वहां की मिट्टी से भरा कलश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा. इस कलश को दिल्ली के नेशनल म्यूजियम में लोगों के दर्शनार्थ रखा जाएगा.
प्रहलाद सिंह पटेल ने इस अवसर पर मीडिया से बातचीत में कहा कि जलियांवाला बाग की घटना कोई साधारण घटना नहीं थी और उन्हें खेद है कि वहां की मिट्टी को दिल्ली तक पहुंचने में सौ साल लग गये. लेकिन अब जो लोग वहां तक नहीं जा सकते, वे इस कलश के दर्शन कर सकेंगे.
पटेल ने जलियांवाला बाग कांड को देश की आजादी की लड़ाई में सबसे बड़ी घटना करार देते हुए कहा कि लोग इस कलश का स्पर्श कर गर्व महसूस करेंगे.
केंद्रीय मंत्री ने यह भी जिक्र किया कि अब जलियांवाला बाग कमिटी किसी भी राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त हो गई है. इसे जरूरी करार देते हुए पटेल ने कहा, 'वह कार्यक्रम कोई राजनीतिक पार्टी का नहीं था, इसलिए हमें भी इसमें राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.'
पर्यटन मंत्रालय की तरफ से किये जा रहे अन्य विकास कार्यों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हम विश्वभर में पर्यटन की रैंकिंग में 65वें पायदान से उठकर 34वें पायदान तक पहुंचे हैं और आगे टॉप 10 में अपने देश को पर्यटन में लाने का लक्ष्य है. प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि सबसे ज्यादा पर्यटक हमारे देश में आएं.'
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पटेल ने बताया कि पर्यटन क्षेत्र में एशिया में भारत सबसे कम टैरिफ वाला देश बन गया है क्योंकि सरकार ने होटल रूम की बुकिंग पर GST घटाया है और साथ ही ई-वीजा की अवधि एक साल से बढ़ाकर पांच साल तक कर दी गयी है.
उन्होंने यह भी कहा कि पर्वतारोहण के लिए भी कुल 137 पीक्स को खोल दिया गया है और अभी हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने सियाचिन ग्लेशियर को भी खोलने की बात कही है.