ETV Bharat / bharat

ऑनलाइन लर्निंग पासपोर्ट प्लेटफार्म छात्रों को शिक्षा प्रदान करने में मदद करेगा

माइक्रोसॉफ्ट ने संयुक्त राष्ट्र बाल कोष के साथ मिलकर लॉकडाउन के बीच बच्चों और युवाओं को घर पर अपनी शिक्षा जारी रखने में मदद करने के लिए एक वैश्विक शिक्षण मंच तैयार किया है.

ETVBHARAT
प्रतीकात्मक चित्र
author img

By

Published : Apr 23, 2020, 12:07 PM IST

Updated : Apr 23, 2020, 12:12 PM IST

हैदराबाद : कोरोना महामारी से बच्चों की शिक्षा पर इसका गहरा असर हुआ है. इसको देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के साथ मिलकर इस लॉकडाउन के बीच बच्चों और युवा छात्रों को घर पर अपनी शिक्षा जारी रखने सहायता करने उद्देश्य से एक शिक्षण मंच तैयार किया है.

माइक्रोसॉफ्ट का 'ऑनलाइन लर्निंग पासपोर्ट' प्लेटफार्म छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने में मदद करेगा.
बता दें कि महामारी के कारण, माइक्रोसॉफ्ट ने 'लर्निंग पासपोर्ट' के विस्तार के लिए यूनिसेफ के साथ हाथ मिलाया है. स्कूल के बच्चों के लिए उपलब्ध सामग्री में ऑनलाइन किताबें, वीडियो और सीखने में अक्षम बच्चों के माता-पिता के लिए अतिरिक्त सहायता शामिल है.

बता दें कि वैश्विक महामारी को देखते हुए अधिकांश देश लॉकडाउन मोड पर है. स्कूलों, कॉलेजों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई में निरंतरता कैसे बनाया जाए, इन सब विषयों को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का तेजी से विस्तार हुआ है.

लर्निंग पासपोर्ट नामक मंच, जो पिछले 18 महीनों से अपनी गति के इंतजार में था, उसका इस साल पायलट कार्यक्रम के रूप में आगाज होने वाला था.

माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के सीईओ सत्य नडेला ने ट्वीट कर बताया, यह प्लेटफॉर्म 1.57 बिलियन से अधिक छात्रों की मदद करेगा, जिनकी कोरोना महामारी के कारण शिक्षा बाधित हुई है.

वैश्विक महामारी के कारण स्कूलों को दुनिया भर में बंद कर दिया गया है.

  • Together with @UNICEF, we’re launching a digital learning platform to support children and youth around the world who are studying remotely. https://t.co/TbdFKYGCft

    — Satya Nadella (@satyanadella) April 20, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऐसे में ऑनलाइन क्लास का काम तेजी से शुरू हो गया है. अब सभी देश में घर पर उपलब्ध उपकरणों के साथ बच्चों और युवाओं को उनके कोर्स ऑनलाइन सीखाने की कोशिश की जा रही है.

कोसोवो, तिमोर-लेस्ट और यूक्रेन ने कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए पिछले हफ्तों में अपने स्कूल को बंद कर लर्निंग पासपोर्ट के माध्यम से अपने छात्रों के लिए ऑनलाइन कोर्स शुरू कर दिए हैं.

यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा फोर ने बताया, स्कूली बच्चों के लिए उपलब्ध सामग्री में ऑनलाइन किताबें, वीडियो और सीखने की अक्षमता वाले बच्चों के माता-पिता के लिए अतिरिक्त सहायता शामिल है. स्कूल बंद होने के कारण, भय और चिंता की लगातार भावनाओं ने इस महामारी में दुनिया भर में बचपन को प्रभावित कर रहे हैं.

हमें इस कठिन समय में बच्चों को सीखने और उनकी मदद करने के लिए एक साथ आने और हर अवसर का पता लगाने की आवश्यकता है. यूनेस्को के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, विश्व भर में 190 से अधिक देशों में स्कूल बंद होने से 1.57 बिलियन छात्र प्रभावित हुए हैं.

वहीं दुसरी तरफ माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ ने बताया कि जिस तरह कोरोना वायरस के प्रभाव की कोई सीमा नहीं है, उसके समाधानों की सीमाएं नहीं होनी चाहिए. वह इसलिए क्योंकि सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में सहयोग की आवश्यकता होती है.

ब्रैड स्मिथ ने कहा कि यूनिसेफ का लर्निंग पासपोर्ट विशिष्ट रूप से एक स्केलेबल लर्निंग सॉल्यूशन के रूप में तैनात है, जो लाखों छात्रों के लिए डिजिटल सीखने की खाई को पाटने के दौरान उनके घर में उनकी कक्षा में लाया जाता है.


युवा और बच्चे अपनी शिक्षा को ऑनलाइन जारी रखने के लिए के देश-विशिष्ट मंच के माध्यम का इस्तेमाल कर सकते हैं. बच्चे और युवा देश के learningpassport.unicef.org पेज के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

हैदराबाद : कोरोना महामारी से बच्चों की शिक्षा पर इसका गहरा असर हुआ है. इसको देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के साथ मिलकर इस लॉकडाउन के बीच बच्चों और युवा छात्रों को घर पर अपनी शिक्षा जारी रखने सहायता करने उद्देश्य से एक शिक्षण मंच तैयार किया है.

माइक्रोसॉफ्ट का 'ऑनलाइन लर्निंग पासपोर्ट' प्लेटफार्म छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने में मदद करेगा.
बता दें कि महामारी के कारण, माइक्रोसॉफ्ट ने 'लर्निंग पासपोर्ट' के विस्तार के लिए यूनिसेफ के साथ हाथ मिलाया है. स्कूल के बच्चों के लिए उपलब्ध सामग्री में ऑनलाइन किताबें, वीडियो और सीखने में अक्षम बच्चों के माता-पिता के लिए अतिरिक्त सहायता शामिल है.

बता दें कि वैश्विक महामारी को देखते हुए अधिकांश देश लॉकडाउन मोड पर है. स्कूलों, कॉलेजों के बंद होने से बच्चों की पढ़ाई में निरंतरता कैसे बनाया जाए, इन सब विषयों को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम का तेजी से विस्तार हुआ है.

लर्निंग पासपोर्ट नामक मंच, जो पिछले 18 महीनों से अपनी गति के इंतजार में था, उसका इस साल पायलट कार्यक्रम के रूप में आगाज होने वाला था.

माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन के सीईओ सत्य नडेला ने ट्वीट कर बताया, यह प्लेटफॉर्म 1.57 बिलियन से अधिक छात्रों की मदद करेगा, जिनकी कोरोना महामारी के कारण शिक्षा बाधित हुई है.

वैश्विक महामारी के कारण स्कूलों को दुनिया भर में बंद कर दिया गया है.

  • Together with @UNICEF, we’re launching a digital learning platform to support children and youth around the world who are studying remotely. https://t.co/TbdFKYGCft

    — Satya Nadella (@satyanadella) April 20, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ऐसे में ऑनलाइन क्लास का काम तेजी से शुरू हो गया है. अब सभी देश में घर पर उपलब्ध उपकरणों के साथ बच्चों और युवाओं को उनके कोर्स ऑनलाइन सीखाने की कोशिश की जा रही है.

कोसोवो, तिमोर-लेस्ट और यूक्रेन ने कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए पिछले हफ्तों में अपने स्कूल को बंद कर लर्निंग पासपोर्ट के माध्यम से अपने छात्रों के लिए ऑनलाइन कोर्स शुरू कर दिए हैं.

यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा फोर ने बताया, स्कूली बच्चों के लिए उपलब्ध सामग्री में ऑनलाइन किताबें, वीडियो और सीखने की अक्षमता वाले बच्चों के माता-पिता के लिए अतिरिक्त सहायता शामिल है. स्कूल बंद होने के कारण, भय और चिंता की लगातार भावनाओं ने इस महामारी में दुनिया भर में बचपन को प्रभावित कर रहे हैं.

हमें इस कठिन समय में बच्चों को सीखने और उनकी मदद करने के लिए एक साथ आने और हर अवसर का पता लगाने की आवश्यकता है. यूनेस्को के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, विश्व भर में 190 से अधिक देशों में स्कूल बंद होने से 1.57 बिलियन छात्र प्रभावित हुए हैं.

वहीं दुसरी तरफ माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ ने बताया कि जिस तरह कोरोना वायरस के प्रभाव की कोई सीमा नहीं है, उसके समाधानों की सीमाएं नहीं होनी चाहिए. वह इसलिए क्योंकि सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में सहयोग की आवश्यकता होती है.

ब्रैड स्मिथ ने कहा कि यूनिसेफ का लर्निंग पासपोर्ट विशिष्ट रूप से एक स्केलेबल लर्निंग सॉल्यूशन के रूप में तैनात है, जो लाखों छात्रों के लिए डिजिटल सीखने की खाई को पाटने के दौरान उनके घर में उनकी कक्षा में लाया जाता है.


युवा और बच्चे अपनी शिक्षा को ऑनलाइन जारी रखने के लिए के देश-विशिष्ट मंच के माध्यम का इस्तेमाल कर सकते हैं. बच्चे और युवा देश के learningpassport.unicef.org पेज के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.

Last Updated : Apr 23, 2020, 12:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.