नई दिल्ली : यूनिसेफ ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए समुदायों के बीच उचित बर्ताव को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत उर्दू मीडिया के संपादकों और धार्मिक विद्वानों के साथ चर्चा की है.
कोविड-19 को लेकर उचित बर्ताव पर राष्ट्रीय वेबिनार में 70 से ज्यादा धार्मिक विद्वानों, पंथ के नेताओं और प्रिंट, टीवी और रेडिया से जुड़े उर्दू के पत्रकारों ने भागीदारी की, दिल्ली स्थित शिखर संगठन के साथ भागीदारी से यूनिसेफ ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया.
यूनिसेफ ने एक बयान में कहा कि भागीदारों ने कोविड-19 के बारे में गलत धारणा को दूर करने और मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने, हाथ धोने को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर सहमति जताई.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महाली ने कहा कि मीडिया संस्थान और धार्मिक समूह भी निजी स्तर पर प्रयास कर रहे हैं लेकिन यह समय ऐसा है कि सरकार, स्वास्थ्यकर्मियों, धार्मिक नेताओं, सामाजिक संगठनों और मीडिया सबको मिलकर काम करना चाहिए.
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यूनिसेफ इंडिया की संचार प्रमुख (एडवोकेसी एंड पार्टनरशिप) जाफरीन चौधरी ने कहा कि यह जरूरी है कि जब स्कूल फिर से खुलें, टीकाकरण का अभियान हो तब बीमारी के डर के बिना समुदायों तक सेवाओं की पहुंच हो. सुझाए गए नियमों का पालन करते हुए इस महामारी को रोकने में हम सबकी महत्वपूर्ण भूमिका है.